कोटला – स्वयंम
कोरोना महामारी की रोकथाम के एवज में विधायकों के वेतन में 30 प्रतिशत कटौती की जाए । यह बात पूर्व पंचायत समिति सदस्य एवं वर्तमान उपप्रधान पंचायत डोल भटहेड़ साधू राम राणा ने प्रेस वार्ता में कही । उन्होंने कहा कि पिछले साल मार्च में कोरोना से निपटने के लिए वित्तीय संसाधनों को सुदृढ़ बनाने के कई प्रकार की कटौतियों करने के फैसले सरकार द्वारा लिए गए थे ।
जैसे कर्मचारियों के मंहगाई भत्ता की बढ़ौतरी पर रोक सहित विधायकों एवं मंत्रीयों के वेतन में 30 प्रतिशत कटौती करने के भी निर्देश जारी किए गए थे। कर्मचारियों के मिलने वाले मंहगाई भत्ते पर लगी हूई रोक अभी तक यथावत जारी है ।लेकिन विधायकों एवं मंत्रीयों के वेतन पर 30 प्रतिशत कटौती को अप्रैल माह से बहाल करने के निर्देश जारी कर दिए हैं ।
जबकि कोरोना का कहर पहले से भी अधिक रुप से बरपा रहा है। अतः इन हालातों में सरकार को कोरोना रोकथाम हेतु वैक्सीन लगाने एवं अन्य संसाधनों केलिए धन की और अवश्यकता झेलनी पड़ेगी। अतः कोरोना रोकथाम हेतु वैक्सीन एवं अन्य संसाधनों को सुदृढ़ करने के लिए धन की भरपाई पूरी करने के लिए हिमाचल सरकार को विधायकों एवं मंत्रीयों के वेतन भत्तों पर 30 प्रतिशत कटौती को जनहित में जारी रखा जाना चाहिए । ताकि जनता द्वारा चुने गए नुमाइंदों की जनहित में भागीदारी सुनिश्चित हो सके।