मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी आज सुबह घटनास्‍थल पर पहंचेंगे। सीएम घटनास्थल का जायजा लेंगे और राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी करेंगे। प्रशासन ने एनएच-5 को बहाल कर दिया है। लेकिन अभी यहां से यातायात सुचारू नहीं किया गया है।

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परिचालक के मुताबिक बस में 24 लोग सवार थे, ऐसे में आशंका व्यक्त की जा रही है कि इस हादसे में मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। अभी तक 13 लोगों की मृत्यु हादसे में हुई है यदि बस में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित नहीं निकाला जा सका तो मरने वालों का आंकड़ा 30 को भी पार कर सकता है।

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आज सेना की मदद ले सकता है प्रशासन

किन्नौर में हुए हादसे में प्रशासन आज सेना की मदद ले सकता है। हालांकि एनडीआरएफ के जवानों को प्रशासन की ओर से सतलुज नदी की ओर खाई में भी भेजा गया था, जहां बस चकनाचूर हालत में मिल गई है। उपायुक्त किन्नौर ने कहा सर्च अभियान में सेना की मदद ली जा सकती है।

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आइटीबीपी के डिप्‍टी कमांडेंट धर्मेंद्र ठाकुर ने बताया सुबह चार बजे से रेस्‍क्‍यू आपरेशन शुरू कर दिया गया है। किन्नौर में बुधवार को हुए हादसे में फंसे हुए लोगों को तलाशने का काम आइटीबीपी की तीन टुकड़ी कर रही हैं। टीम ने सुबह चार बजे से सर्च अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान अभी तक तीन शव निकाले गए हैं। इनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। अल सुबह से ही आइटीबीपी की तीन टुकड़ियां जुट गई हैं। बचाव दल की ओर से अब तक 13 लोगों को बचाया जा चुका है।

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जिला किन्‍नौर के निगुलसरी में बुधवार दोपहर 12 बजे के करीब पहाड़ दरकने से एक बस व ट्रक समेत चार अन्‍य छोटे वाहन मलबे की चपेट में आ गए थे। बचाव दल कड़ी मशक्‍कत के बाद घटनास्‍थल पर पहुंचा था, क्‍योंकि हादसे के बाद काफी देर तक भूस्‍खलन जारी रहा था। मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ सहित आइटीबीपी टीम ने सर्च आपरेशन चलाया हुआ है।