दुराना – राजेश कुमार
पूर्व पंचायत समिति सदस्य एवं वर्तमान उपप्रधान पंचायत डोल भटहेड़ साधू राम राणा ने माननीय मुख्यमंत्री के सदन के भीतर कर्मचारियों की पुरानी पैंशन बहाली को लेकर चुनाव लड़ने की सलाह पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कर्मचारियों की पुरानी पैंशन बहाली की मांग को लेकर जो माननीय मुख्यमंत्री ने सदन में चुनाव लड़ कर पैंशन प्राप्त करने की सलाह दी है।
उस पर जो सदन के भीतर मेजें थपथपाकर ठहाके लगाने का दृश्य देखने को मिला और विपक्षी दलों के विधायकों द्वारा भी वाक आउट जैसा विरोध माननीय मुख्यमंत्री की टिप्पणी एवं ठहाकों को लेकर न करना कहीं न कहीं आगामी विधानसभा चुनावों में सत्ता पक्ष के साथ विरोध दलों के विधायकों को भी भारी पड़ने की संभावना बढ़ गई है।
क्योंकि जो मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस विधानसभा के अंदर एवं बाहर हर प्लेटफार्म पर कर्मचारियों को पुरानी पैंशन बहाली का समर्थन करता रहा एवं कांग्रेस की सरकार बनने पर पुरानी पैंशन बहाली की बात करता रहा है तो आखिर कर्मचारियों के चुनाव लड़कर पैंशन लेने के माननीय मुख्यमंत्री के बयान पर सदन में कोई विरोध न करते हुए चुपचाप बैठकर क्या यहीं संदेश दिया है कि कांग्रेस पार्टी कर्मचारियों को पुरानी पैंशन बहाली भी कर्मचारियों द्वारा नौकरी छोड़कर चुनाव लड़ने की आधार पर देने के ही देने के पक्ष में है न कि सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त होने पर।
अतः कर्मचारियों की पुरानी पैंशन बहाली को लेकर सदन के अंदर थपथपाए गए मेज और खुशी भरे ठहाकों का रुप एवं रुख आगामी चुनावों में किस पर भारी पड़ेगा यह देखने वाली बात रहेगी।