सिरमौर, 17 जनवरी – नरेश कुमार राधे
कठिन परिश्रम की ललक ने संगड़ाह पुलिस थाना के कांस्टेबल को अफसर के पद पर पहुंचा दिया है। मूलतः सैनधार की कोटला मोलर पंचायत के रहने वाले 29 वर्षीय शुभम शर्मा ने हिमाचल प्रदेश वित्त व लेखा सेवा परीक्षा को उत्तीर्ण किया है।
हर कोई इस बात से वाकिफ है कि पुलिस में सेवारत रहने के दौरान कार्य का बोझ हावी होता है। ऐसी परिस्थितियों में प्रतियोगितात्मक परीक्षाओं की तैयारी का सोचा तक नहीं जा सकता। बावजूद इसके थाना में समय मिलने पर शुभम ने पढ़ाई को जारी रखा।
अनुभाग अधिकारी के पद पर चयनित शुभम ने हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा का लक्ष्य निर्धारित किया था, लेकिन सफलता न मिलने पर हताश नहीं हुए, बल्कि अधिकारी बनने के लिए अन्य विकल्पों को तलाशना शुरू किया। इसका नतीजा ये हुआ कि वो अनुभाग अधिकारी बनने में सफल हुए हैं।
एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले शुभम शर्मा ने नौंवी कक्षा तक की पढ़ाई कोटला मोलर में ही पूरी की। इसके बाद दसवीं की पढ़ाई पूरी करने के लिए आदर्श विद्या निकेतन स्कूल में दाखिला ले लिया। शमशेर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला से जमा दो की पढ़ाई पूरी की।
2016 में पुलिस विभाग में सिपाही भर्ती हुए। पुलिस में सेवारत रहने के बाद भी प्रतियोगितात्मक परीक्षाओं की तैयारी को नहीं छोड़ा। 12 घंटे डयूटी के बाद लक्ष्य की प्राप्ति के लिए लाइब्रेरी भी जाया करते थे। खास बात ये है कि पुलिस विभाग में पारी शुरू करने से पहले शुभम ने मर्चेंट नेवी में भी कार्य किया।
शुभम की तैनाती मलेशिया में थी, लेकिन वो अपने ही क्षेत्र में कुछ करना चाहते थे, लिहाजा मर्चेंट नेवी को छोड़कर पुलिस महकमा ज्वाइन कर लिया। पिता रामेश्वर शर्मा इस समय प्रारंभिक शिक्षा विभाग में सीएचटी के पद पर कार्यरत हैं।
शुभम शर्मा ने कहा कि एचएएस में सफलता नहीं मिली, लेकिन हार नहीं मानी। बता दें कि शुभम को सफलता की जानकारी कोसों दूर उस समय मिली, जब वो डयूटी के सिलसिले में दूसरे राज्य में गए हुए थे।
बहरहाल, शुभम की सफलता इस कारण भी असाधारण है, क्योंकि इलाके से लेशमात्र ही युवाओं ने प्रतिष्ठित प्रतियोगितात्मक परीक्षाओं में सफलता हासिल की है। शुभम की कामयाबी पर समूचे सैनधार में खुशी की लहर है।