कांगड़ा, राजीव जसवाल
हिन्दूओं के धर्मस्थलों में गैर मत मजहबियों अर्थात् मुस्लिमों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित हो, इसके लिए हर मन्दिर के बाहर इसकी स्थाई सूचना लगाई जाये और बाहर मुख्य द्वार पर ऊर्दू अथवा फारसी में लिखित शब्दों को मिटाया जाये।
केसरिया हिन्दू वाहिनी अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दू संगठन जो 13 मन्त्रालयों द्वारा पंजीकृत और भारत देश के 27 राज्यों के साथ-साथ पूरी दुनियाँ के 6 देशों में भी अपनी पहुँच बना चुका एक गैर राजनीतिक हिन्दू संगठन है। केसरिया हिन्दू वाहिनी की जिला कांगड़ा कार्यकारिणी के पदाधिकारी एवं सदस्य आपके माध्यम से,अपनी इस मांग को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर के समक्ष रखा।
हिन्दूओं के प्रत्येक धार्मिक स्थलों में गैर मत मजहबियों का प्रवेश प्रतिबंधित हो, हर हिन्दू मंदिर एवं धार्मिक स्थलों के बाहर इसकी स्थाई सूचना लगाई जाये और जैसे नगरकोट धाम कांगड़ा माता वज्रेश्वरी देवी मन्दिर के बाहर मुख्य द्वार पर ऊर्दू अथवा फारसी में लिखित शब्दों को मिटाकर हिन्दी अथवा संस्कृत भाषा में लिखा जाये, यहाँ ऊर्दू और फारसी भाषा का प्रयोग उचित नहीं है।
हिन्दू एग्रीमेंट एक्ट 1984 के अनुसार, हिन्दू मन्दिरों में कोई भी गैर हिन्दू नहीं रखा जा सकता है तो पिछली हिमाचल प्रदेश सरकार के समय सन् 2017 में शक्ति पीठ माँ ज्वालाजी जिला कांगड़ा के मन्दिर में कुछ मुस्लिम कर्मचारी क्यों रखे गए हैं, हिन्दू मन्दिरों के देवी देवताओं की मूर्तियों से नफरत करने वाले हिन्दू मन्दिरों की सेवा कैसे कर सकते हैं और मन्दिर के न्यास का पैसा, उन पर क्यों लुटाया जा रहा है।
माननीय उपायुक्त महोदय कांगड़ा स्थित धर्मशाला द्वारा जारी 18 मार्च, 2021 का स्थानांतरण पत्र पढ़ा जिसमें दीन और शकीन मुहम्मद दो मुस्लिम कर्मचारियों की ट्रांसफर उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला में कर दी गई है, परन्तु उसमें यह भी लिखा गया है कि The salaries of these employees shall be claimed and released by the Jawalamukhi Temple. अर्थात् उन दो मुस्लिम कर्मचारियों का वेतन ज्वालामुखी मंदिर न्यास ही देगा, फिर तो मतलब यह हुआ कि यह कर्मचारी ज्वालामुखी मंदिर न्यास के ही हैं।
इस हेतु केसरिया हिन्दू वाहिनी ने पुनः आग्रह किया कि उन दोनों मुस्लिम कर्मचारियों को स्थाई तौर पर मन्दिर न्यास ज्वालामुखी से हटाये, अन्यथा सनातन धर्म हिन्दू संस्कृति व हिन्दू समाज में इस विषय पर जन आंदोलन खड़ा होने में देर नहीं लगेगी।