हर कोई मैदान में मिट्टी-गाद सहित फेंक रहा बेकार मटीरियल, धीमे काम से खेल प्रेमियों में बढ़ी निराशा
ज्वाली – शिवू ठाकुर
उपमंडल ज्वाली के अधीन मिनी सचिवालय ज्वाली के पास निर्माणाधीन खेल स्टेडियम चर्चाओं में बना हुआ है तथा अभी भी खेल प्रेमियों को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। मौजूदा समय में खेल स्टेडियम ज्वाली का कार्य अधर में लटका हुआ है तथा यह निर्माणाधीन खेल स्टेडियम डंपिंग साइट बनकर रह गया है।
हर कोई मिट्टी-गाद सहित अन्य बेकार मैटीरियल को मैदान में ही फेंक जाता है। जगह-जगह वेस्ट मैटीरियल के ढेर लगे हुए हुए हैं, जो कि हर आने-जाने वाले को चिढ़ाते हैं। इसके लिए अभी तक कोर्ट भी फाइनल नहीं हो पाए हैं। खेल प्रेमियों को इसका निर्माण कार्य पूरा होने का बेसब्री से इंतजार है, लेकिन कछुआ चाल होने से खेल प्रेमियों में रोष भी है।
इस खेल स्टेडियम का शिलान्यास वर्ष 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा किया गया था तथा घोषणा भी की थी कि एक साल में इसका कार्य पूरा किया जाएगा, परंतु आठ साल का समय बीत जाने के बाद भी इसका कार्य पूरा नहीं हो पाया है। खेल विभाग द्वारा अभी तक यह भी डिसाइड नहीं हो पाया है कि यहां कौन – कौन सी खेलों के कोर्ट बनेंगे।
इस खेल स्टेडियम का कार्य कछुआ चाल चल रहा है। इस बारे कार्यकारी जिला युवा सेवाएं एवं खेल अधिकारी सन्नी कुमार ने कहा कि हमने एसडीएम जवाली को जमीन ट्रांसफर के लिए लिखा है तथा उसके बाद ही आगे का प्रोसेस शुरू होगा।
निर्माण विभाग ज्वाली अधिशाषी अभियंता एमएल शर्मा के बोल
इस बारे में लोक निर्माण विभाग ज्वाली के अधिशाषी अभियंता एमएल शर्मा ने कहा कि अभी तक खेल विभाग द्वारा फाइनल नहीं किया गया है कि कौन – कौन सी खेलों का कोर्ट बनेगा। उन्होंने कहा कि खेल विभाग को इस बारे में लिखित रूप से अवगत करवाया गया है। फाइनल होते ही ड्राइंग बनाकर अप्रूव के लिए भेजी जाएगी।
एसडीएम ज्वाली विचित्र सिंह के बोल
इस बारे में एसडीएम ज्वाली विचित्र सिंह ने कहा कि इस खेल स्टेडियम के लिए जगह कम पड़ रही है। अभी इसमें जगह अधिग्रहण की जाएगी, जिसकी प्रोसेस चली हुई है। उसके बाद ही आगे कार्य पूरा होगा।