बिलासपुर – सुभाष चंदेल
शिमला-धर्मशाला एनएच पर मंगरोट में हाई-वे को बंद करने को लेकर मां और बेटा गिरफ्तार हुए हैं। हालांकि पुलिस की ओर से एसडीएम सदर कोर्ट में इन दोनों को पेश किया गया और बाद में उन्हें घर भेज दिया गया। साथ ही चार सप्ताह में प्रशासन की ओर से नेशनल हाई-वे की इस विवादित भूमि की तक्सीम करवाने का भी आश्वासन दिया गया है। इसके लिए प्रशासन की ओर से आगामी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
शिमला-धर्मशाला एनएच पर मंगरोट में भूमि विवाद खत्म नहीं हो रहा है। मंगरोट में एनएच को पिछले तीन दिन से बाधित किया जा रहा है। शुक्रवार को भी एनएच पर मंगरोट में मांगरोट निवासी राजनकांत द्वारा पत्थर और झाडिय़ां यहां पर फेंक दी गई, जिसके चलते यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बताया जा रहा है की मांगरोट निवासी राजनकांत शर्मा की ओर से प्रशासन को अपनी जमीन का कब्जा देने को लेकर अवगत करवाया था, लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें अपने जमीन का कब्जा नहीं मिल पाया, जिसके चलते उन्होंने अब यहां पर एनएच को बाधित कर दिया गया।
इसकी सूचना मिलने पर एसएचओ सदर हरनाम सिंह भी मौके पर पहुंचे और आगामी कार्रवाई की। पहले थाना तलब किया गया और बाद में गिरफ्तारी की गई। इसके बाद एसडीएम सदर कोर्ट में दोनों को पेश किया गया, वहीं इनका मेडिकल भी करवाया गया है।
उधर, राजनकांत शर्मा की मानें तो एनएच पर उनके 17 बिस्वा जमीन पाई जाती है। कई बार निशानदेही राजस्व विभाग द्वारा किए जाने के बावजूद भी उन्हें अपनी जमीन का कब्जा नहीं मिल पा रहा है, जिसके चलते वह अपना रोजगार नहीं चला पा रहे हैं। उनका कहना है कि इस मसले को लेकर उचित कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
एएसपी शिव चौधरी के बोल
एएसपी शिव चौधरी ने बताया कि नेशनल हाई-वे बाधित करने को लेकर पुलिस की ओर से राजनकांत शर्मा और उनकी मां के खिलाफ कार्रवाई की गई है। पुलिस की ओर से इस मामले को लेकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी और राजनकंत शर्मा और उनकी मां को एसडीएम कोर्ट में पेश किया है। आगामी कार्रवाई की जा रही है।