JOA-IT Results: “जहर दो या परिणाम” धरने पर निकला सांप, युवा बोले-हमें तो सरकार ने काटा है, 4 दिन से कर रहे प्रोटेस्ट
हिमखबर डेस्क
हिमाचल प्रदेश में एक लाख नौकरियां देने की घोषणा करने वाली सरकार अब तक जूनियर ऑफिस असिस्टेंट का रिजल्ट नहीं निकाल पाई है। अब इस एग्जाम के अभ्यर्थी क्रमिक अनशन पर बैठ गए हैं। ये अभ्यर्थी अब हमीरपुर में कर्मचारी चयन आयोग के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं। चार दिन से सभी युवा यहां पर तंबू गाड़ कर बैठे हैं।
सोलन जिले के तरुण ने बताया कि हम लोग शुक्रवार से यहां पर बैठे हैं। ना ही सरकार ने बातचीत की है और ना ही आयोग के किसी अफसर ने बात नहीं की है। वोट मांगने के लिए नेता घर घर आते हैं।
तरुण ने कहा कि हम सभी लोग गरीब परिवारों से हैं। कभी धूप पड़ रही है तो कभी यहां पर बारिश हो रही है लेकिन कोई हमसे बातचीत नहीं करने आ रहा है। हम मीडिया से कहना चाहते है कि वह हमारी बात सीएम तक पहुंचाएं।
सिरमौर के एक युवक सौरभ शर्मा ने बताया कि चार साल में यह रिजल्ट अटका पड़ा था लेकिन वहां से क्लीयर होने के बाद भी सरकार कुछ नहीं कर रही है। दो माह तक ये कुछ भी प्रोसेस्स नहीं कर पाएं हैं। हम लोगों को बस आश्वास दिया गया है।
सौरभ कहते हैं कि सरकार बदल गई लेकिन हमारी किस्तम नहीं बदली है। कमीशन ने 28 जून को रिजल्ट आने की बाद कही थी फिर 5 और 17 जुलाई को परिणाम आने की बात कही थी। सौरभ कहते हैं कि मंगलवार को यहां पर सांप निकला था, लेकिन उन्हें नहीं काटा, क्योंकि युवाओं को सिस्टम ने काटा है। राज्य चयन आयोग हमीरपुर के बाहर क्रमिक अनशन पर बैठे जेओए-आईटी के अभ्यर्थियों ने कहा कि या तो उन्हें जहर दो या फिर परिणाम निकाला जाए।
क्या है मामला
गौरतलब है कि पूर्व में भंग हो चुके हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से पोस्ट कोड-817 के तहत जेओए आईटी के 1867 पद को भरने की प्रक्रिया को शुरू किया गया था लेकिन यह मामला विवाद में फंस गया और सुप्रीम कोर्ट तक गया। वर्ष 2020-21 में जयराम सरकार ने जेओए-आईटी के 1867 पदों के लिए आवेदन मांगे थे। इसमें टाइपिंग टेस्ट सही मूल्यांकन प्रक्रिया को भी पूरा कर लिया गया है, लेकिन अब तक रिजल्ट नहीं निकाला गया है।
सरकार क्या कर रही है