शाहपुर – नितिश पठानियां
आज के दिन चार साल पहले कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों से लोहा लेते हुए उपमंडल शाहपुर के रैत निवासी शहीद जवान जोरावर सिंह के निवास स्थान में जा कर शहीद जोराबर सिंह की प्रतिमा के आगे प्रदेश कांग्रेस महासचिव केवल सिंह पठानिया, ब्लॉक् कांग्रेस कमेटी, शहीद जोराबर सिंह के पिता सूबेदार राय सिंह, माता, पत्नी सरंजना, दो बेटियां व एक बेटे सहित, स्थानीय जनता ने फूल अर्पित ओर दो मिनट का मौन रख कर शहीद जोराबर सिंह को श्रधांजलि दी।
इस मोके पर केवल सिंह पठानिया ने कहा कि शहीद जोराबर सिंह बिधानसभा क्षेत्र शाहपुर की शान थी। जिसने भारत माँ की रक्षा करते हुए आतंकियों से लोहा लेते हुए अपने प्राण न्योछावर किये। पठानिया ने कहा कि गर्व की बात है कि हिमाचल प्रदेश के जिला काँगड़ा में स्तिथ उपमंडल शाहपुर की पंचायत रैत के शहीद हवलदार जोरावर सिंह को मरणोपरांत सेना मेडल से सम्मानित किया गया। यह सेना मेडल उनकी पत्नी सरंजना कुमारी को नॉर्दन कमांड उधमपुर में 27 फरवरी को आर्मी के नए चीफ जनरल मनोज मुकंद नरवणे द्वारा दिया गया था।
हवलदार जोरावर सिंह जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल में कार्यरत थे। उन्होंने 21 मार्च, 2018 को फतेह खान चक जंगल में आंतकवादियों द्वारा हमला करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई के दौरान गोली लगने से वह घायल हो गए। गंभीर चोट लगने के बावजूद भी लगातार आंतकवादियों की फायरिंग का सामना करते रहे।
जब तक उन्होंने आंतकवादी को मार नहीं दिया, तब तक वो फायरिंग करते रहे। बहादुरी और शौर्य का अद्भुत प्रदर्शन करते-करते हवलदार जोरावर सिंह को वीरगति प्राप्त हुई। हवलदार जोरावर सिंह सेना की 160 टीए रेजिमेंट में सेवारत थे। उन के इस अद्भुत शौर्य और वीरता के लिए देश के साथ प्रदेश को भी गर्व है।