धर्मशाला- राजीव जसबाल
कृषि उत्पादन में बढ़ौतरी के लिए नई तकनीक का उपयोग जरूरी है, इसके लिए सरकार तथा कृषि विभाग की ओर से सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि किसानों की आर्थिक स्थित को सुदृढ़ किया जा सके।
यह उद्गार धर्मशाला के विधायक विशाल नैहरिया ने आज धर्मशाला की पंचायत पद्दर के गांव घरथोली में कृषि विभाग द्वारा आयोजित किसान मेले के अवसर पर किसानों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि भारत वर्ष एक कृषि प्रधान देश है और यहां के अधिकतर लोग कृषि के साथ जुड़े हुए हैं। हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में कृषि क्षेत्र की उपयोगिता और भी बढ़ जाती है, जहां पर आजीविका के अन्य साधनों की कमी है।
उन्होंने कहा कि कृषि की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए कृषि को नई दिशा देने के लिए राज्य सरकार ने विभिन्न योजनाएं आरम्भ की है जिनका उत्पादकता में सुधार, रोजगार सृजन और पारिवारिक आय में वृद्धि है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए रासायनिक खादों एवं कीटनाशकों के उपयोग को हतोत्साहित करने तथा लोगों को गुणवत्ता वाले उत्पाद उपलब्ध करवाने के लिए ‘प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान नाम’ से महत्वाकांक्षी योजना आरम्भ की गई है।
योजना के संचालन के लिए टास्क फोर्स भी गठित की गई है ताकि लोगों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित किया जा सके। उन्होंने किसानों को प्राकृतिक खेती को अपनाने और विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि किसानों की सुविधा के लिए एक बाजार भी उपलब्ध करवाया जाएगा ताकि किसान उचित मूल्य पर अपने उत्पाद बेच सकें।
इस किसान मेले में कृषि विभाग, उद्यान विभाग, प्राकृतिक खेती, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, दुर्गा इंटरप्राइजिज, शिवा इंटरप्राइजिज और पन्वर इंटरप्राइजिज द्वारा प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया जिसमें किसानों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और विभिन्न विभागों से योजनाओं की जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर विधायक द्वारा प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी किया गया। इससे पहले कृषि उप निदेशक डॉ. राहुल कटोच ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
इस मौके पर कृषि वाद विशेषज्ञ डॉ. शशी कान्ता, भू-सरंक्षण अधिकारी डॉ. नितिन शर्मा, जैव नियंत्रण अधिकारी डॉ. गौरव सूद, खण्ड तकनीकी प्रबन्धक डॉ. चन्दन सहित 600 प्रगतिशील किसान उपस्थित थे।