चम्बा- भूषण गुरुंग
चंबा-भरमौर एनएच बाधित होने से लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। रास्ता बंद होने से समय पर उपचार न मिल पाने के कारण एक महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
विकास खंड मैहला की ग्राम पंचायत राड़ी के भटवाड़ा गांव की 37 वर्षीय महिला अहिल्या देवी पत्नी देवी सिंह को सोमवार सुबह सर्दी, जुकाम, बुखार के साथ उल्टी की शिकायत हुई। स्वजन उसे निजी क्लीनिक ले गए। लेकिन महिला की हालत गंभीर होने पर डाक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे मेडिकल कालेज चंबा रेफर कर दिया। स्वजन उसे मेडिकल कालेज चंबा ले जाने लगे। लेकिन जब वे मैहला के समीप पहुंचे तो एनएच बाधित होने के कारण उसे सीधा गाड़ी के माध्यम से आगे ले जाना संभव नहीं था।
ऐसे में लोगों की मदद से महिला को पहाड़ी के ऊपर से दूसरी तरफ पहुंचाने का प्रयास किया गया लेकिन महिला ने पहाड़ी पर ही दम तोड़ दिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चूड़ी लाया गया लेकिन डाक्टर ने यहां पर मोर्चरी न होने का हवाला देकर पोस्टमार्टम करने से इन्कार कर दिया। ऐसे में स्वजन व लोग यहीं पर पोस्टमार्टम करवाने की जिद पर अड़ गए।
करीब दो घंटे तक यहां पर स्वजन अड़े रहे। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। लेकिन डाक्टरों ने यहां पर मोर्चरी न होने की बात कही। जिसके बाद शाम करीब चार बजे स्वजन शव को पोस्टमार्टम करवाने के लिए मेडिकल कालेज चंबा ले गए।
मार्ग जल्द बहाल हो
पंचायत प्रधान चंबा-भरमौर एनएच मैहला पुल के पास भूस्खलन के चलते काफी समय से बाधित चल रहा है, जिस कारण इस मार्ग पर छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही ठप होकर रह गई है। चार दिन पहले भी एक गर्भवती महिला जिसे मेडिकल कालेज पहुंचाया गया था लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही नवजात की मौत हो चुकी थी। राड़ी पंचायत प्रधान दीपा कुमारी ने एनएच प्रबंधन से जल्द मार्ग को सुरक्षित बनाने की मांग की है। इससे पहले एक नवजात बच्ची भी इसी अव्यवस्था की भेंट चढ़कर काल का ग्रास बन चुकी है।
क्या कहते हैं अधिकारी
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चूड़ी के पास मोर्चरी नहीं है। उक्त महिला के शव पर चोट या किसी तरह के निशान भी नहीं थे। ऐसे में मैंने सीएमओ चंबा से बात की तो उन्होंने पोस्टमार्टम करवाने के संबंध में शव को भरमौर अस्पताल ले जाने की सलाह दी। क्योंकि भरमौर की तरफ मार्ग खुला है। सीएमओ ने इस संबंध में भरमौर अस्पताल में फोन भी कर दिया था। -डा. पदमा, बीएमओ चूड़ी।
- चंबा-भरमौर एनएच को मैहला के समीप जल्द से जल्द बहाल करने की कोशिश लगातार जारी है। उक्त स्थान पर सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है। ऐसे में जब तक इसे सुरक्षित नहीं बनाया जाता, तब इसे आधे-अधूरे कार्य के बीच बहाल करना खतरनाक हो सकता है। -राजीव शर्मा, अधिशाषी अभियंता एनएच मंडल चंबा।