परागपुर- आशीष कुमार
जी हाँ यह हाल है परागपुर पंचायत बाजार का। जहां पर बाजार के मध्य कूड़ा इकठा किया जा रहा है। जब भी इस बाबत पंचायत प्रधान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पंचायत के पास कूड़ा इकठा करने के लिए ओर कोई जगह नही है। ओर कूड़ा 10 /12 दिन के बाद उठा दिया जाता है।
परन्तु प्रश्न यह है कि क्या इस तरह जनता के स्वास्थ से खिलवाड़ हो रहा है? एक तरफ़ सरकार ने कोरोना की बंदिशें जारी कर दी है, पर परागपुर पंचायत को इससे कोई फर्क नही पड़ता। उनके पास तो बहाना है कि कूड़ा फेकने के लिये ओर जगह नही है ?
जब दर्जन भर से ज्यादा लोगो से पूछा गया तो उन्होंने मीडिया को बताया कि यहां बाजार में तो कूड़ा इकट्ठा होता ही है पर गलियों कि हालत देखे तो वो भी दयनीय स्तिति में है। उन्होंने सरकार और प्रसाशन से आग्रह किया है कि इस मुद्दे पर गंभीर सज्ञान ले।
स्थानीय लोगो हेमंत आशु, सुनीता , अभिसेक , अनुज , ओर भी लोगो ने बताया कि एक तरह राज्यस्तरीय लोहड़ी की झांकी हेरिटेज बाजार से मध्य होकर गुजरेगी ओर यहां की हालत तो कुछ और ही है। कोरोना की तीसरी लहर है और स्वछता का नामो निशान नही।
हिमखबर मीडिया भी इस मुद्दे को बार बार उठा चुका है, पर लगता है स्थानीय पंचायत को कोई फर्क नही पड़ता। स्थानीय लोगो ने प्रधान मदन गोपाल से अनुरोध किया कि यदि कूड़ा फेकने इकट्ठा करने के लिये कोई जगह नही है तो जहां कूड़ा फेका इकट्ठा किया जा रहा है उसको कम से कम तरपाल से ढकने की व्यवस्था कर दे।
क्या कहा जिला परिषद उपाध्यक्ष स्नेहलता परमार ने
इस बाबत जब जिला परिषद उपाध्यक्ष स्नेह लता परमार ने कहा कि उनको आपके द्वारा इस मुद्दे से अवगत करवाया गया है। वो इस सम्बंध में ग्राम प्रधान प्रागपुर मदन गोपाल से बात करेंगे। और इस मुद्दे को जल्द सुलझाने के लिय कहा जायेगा ।