मंडी- नरेश कुमार
क्षेत्रीय अस्पताल मंडी का पुराना भवन सुरक्षित नहीं है। यहां हो रहे पानी के रिसाव के कारण भवन जर्जर हो चुका है। चार मंजिला इस भवन में वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक का कार्यालय सहित गायनी वार्ड, ओपीडी और दो प्रयोगशालाएं हैें। भवन पुराना होने के कारण इसका पलस्तर भी उखड़ गया है।
15 साल पुराने इस भवन में रोजाना 200 से 300 लोगों का आना जाना होता है। वहीं पानी के रिसाव के कारण भवन की दीवारें जर्जर हो रही हैं। भवन के सामने के हिस्से में पौधे तक निकल गए हैं और रंग भी खराब हो चुका है। कई बार पानी गायनी वार्ड सहित अन्य कमरों में भी चला जाता है।
बताया जा रहा है कि यहां स्थित एक लैब के कारण यह रिसाव हो रहा है। हालांकि इसे ठीक करने के लिए कहा गया है। लेकिन अभी तक कोई व्यवस्था नहीं हुई है। वहीं सर्दी के मौसम में रिसाव ने गायनी वार्ड में दाखिल महिलाओं और उनके तीमारदारों की दिक्कत बढ़ा दी है।
इस भवन को आने जाने के लिए दो ही रास्ते हैं, जबकि धरातल का एक मार्ग इस पानी के रिसाव के कारण बंद रखा गया है। लगातार जर्जर हो रहे इस भवन को अगर जल्द ठीक नहीं किया गया तो यहां किसी हादसे की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
उधर इस बारे अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर धर्म सिंह वर्मा ने बताया अस्पताल के भवन को मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग से संपर्क किया गया है। साथ ही पानी के रिसाव को रोकने के भी आदेश दिए गए हैं।