ब्यूरो- रिपोर्ट
हिमाचल ग्रामीण बैंक की कुल्लू के दोहरानाला शाखा का निलंबित प्रबंधक उपभोक्ताओं के खाते से पैसे निकालकर आनलाइन जुआ खेलता था। जीतने पर वह उपभोक्ता के खाते में उतना पैसा जमा करवा देता था, जितना निकाला होता था। ऐसे उपभोक्ता, जो बैंक में साल में दो-चार बार ही आते थे या जिन्होंने एसएमएस की सुविधा नहीं ले रखी थी, आरोपित उनके खाते से ही पैसा निकालता था।
अभी तक बैंक में 35.75 लाख के गबन की बात सामने आ चुकी है। आरोपित ने करीब एक करोड़ रुपये का गड़बड़झाला किया है। सभी उपभोक्ताओं की पासबुक अपडेट होने के बाद सही आंकड़े का पता चल पाएगा। गड़बड़झाले की बात सामने आने के बाद उपभोक्ता अपनी पासबुक अपडेट करवाने बैंक पहुंच रहे हैं।
राजस्थान के चुरु का रहने वाला प्रसूनदीप अत्री करीब डेढ़ साल पहले दोहरानाला बैंक शाखा में बतौर प्रबंधक तैनात हुआ था। आनलाइन जुआ खेलने व शेयर मार्केट में पैसा लगाने की लत लगने पर वह पहले वेतन का पैसा लगाता रहा। जब सारा पैसा खत्म हो गया तो उसने उपभोक्ताओं के खाते से पैसा निकालना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे आरोपित ने कई उपभोक्ताओं के खाते से लाखों रुपये निकाल लिए।
मामला पुलिस तक पहुंचने के बाद आरोपित राजस्थान भागने की फिराक में था। इसकी भनक लगने पर कुल्लू पुलिस ने तुरंत हरकत में आकर मंडी पुलिस के सहयोग से उसे मंगलवार देर शाम हिरासत में ले लिया था।
ऐसे सामने आया गड़बड़झाला
कुल्लू जिले के चोरग्रां का धर्मचंद हिमाचल ग्रामीण बैंक की दोहरानाला शाखा में पासबुक अपडेट करवाने गया था। पासबुक अपडेट करवाने पर उसके बैंक खाते से पहले चार लाख रुपये निकालने व बाद में जमा किए दर्शाए गए। किसान क्रेडिट लिमिट से चार लाख निकला हुआ था। जब उसने शाखा प्रबंधक से शंका दूर करने के लिए बात की तो बताया गया कि साफ्टवेयर में तकनीकी खराबी की वजह से यह सब हुआ है।
धर्मचंद ने अन्य उपभोक्ताओं से बात की तो पासबुक अपडेट करने पर कई लोगों के खाते से पैसा गायब था। उपभोक्ताओं ने इसकी शिकायत बैंक के उच्च अधिकारियों से की। जांच में आरोप सही पाए जाने पर प्रबंधन ने प्रसूनदीप अत्री को निलंबित कर दिया।
गुरदेव शर्मा, पुलिस अधीक्षक कुल्लू के बोल
दोहरानाला बैंक शाखा के निलंबित बैंक प्रबंधक के खिलाफ अभी तक 10 शिकायतें मिल चुकी हैं। आरोपित का पांच दिन का पुलिस रिमांड मिला है। पूछताछ जारी है।