व्यूरो, रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश में पहाड़ दरकने की घटनाओं से हर कोई सहमा हुआ है। जनजातीय जिला लाहुल के लोगों के लिए कल की रात बेहद डरावनी थी। चंद्रभागा नदी किनारे बसे गांवों में दहशत का माहौल रहा।
शुक्रवार को पहाड़ी दरकने से चंद्रभागा नदी का बहाव रुक गया था। इस कारण बड़ी झील बन गई थी। लेकिन काफी देर के बाद पानी निकलना शुरू हो गया। लेकिन लोग रात भर दहशत के माहौल में रहे। लाहुल स्पीति पुलिस रात भर सतर्क रही और जसरथ से उदयपुर व तिन्दी तक हालात पर नजर रखे रही।
सुरक्षा के लिए पुलिस रात भर मुस्तैद रही। जसरथ, ताडगं, गालिंग, लोबर, रतौली, लोअर कुकुमसेरी, अढ़त, लोअर शेनूर, लोअर किशोरी, सलपट पुल, नेपाली कॉलोनी, कोराकी, लोहणी, लोअर छातिंग, ग्रेफ कॉलोनी उदयपुर, जीरो प्वाइंट उदयपुर के ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत दी थी।
हालांकि पहाड़ी दरकने के बाद से पैदा हुआ भय का माहौल अब खत्म हो गया है। जुंडा गांव के पास चंद्रभागा नदी में बनी झील का पानी निकल चुका है और नदी सामान्य रूप से बह रही है।
प्रशासन ने पूर्व प्रधानों, पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों और लाहुल घाटी के उन सभी लोगों का धन्यवाद किया, जिन्होंने अपने स्तर पर चंद्रभागा नदी में भूस्खलन से पानी के ठहराव पर बने आपात हालातों में स्थानीय लोगों को सचेत किया और घरों में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। उन्होंने बताया चंद्रभागा नदी अब सामान्य रूप से बह रही है।