नूरपुर, देवांश राजपूत
नूरपुर शहर के वार्ड नम्बर 1 में खुशीनगर गांव के पास एक गली में नगर परिषद द्वारा लगवाई गयी। इंटरलॉक टाइल कुछ ही दिनों में एक हिस्से से टूटने के मामले में नगरपरिषद द्वारा कार्यकारी अधिकारी आशा वर्मा के नेतृत्व में जांच की गई तथा जांच में शिकायतकर्ता डा शशिकांत ही टूटी हुई इंटरलॉक टाइल का स्वयं दोषी पाया गया।
नगरपरिषद कार्यकारी अधिकारी आशा वर्मा ने बताया कि नूरपुर वार्ड एक में जांच में पाया गया कि टाइलें उखड़ी हुई थी। टाइल उखड़ने का कारण स्थानीय निवासी डा शाशीकान्त द्वारा अपने मकान का लगाने के दौरान जेसीबी मशीन का उपयोग करने चलते इंटरलॉक टाइल उखड़ी है।
नगरपरिषद ने डॉ शाशीकान्त को टाइलें दोबारा ठीक से लगाने को कहा है।अगर वो इस काम को नहीं करते हैं तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस संदर्भ में डा. शशिकांत ने कहा कि जांच में नगर परिषद द्वारा उनको टूटी हुई टाइलों को दोबारा बनाने के निर्देश दिए है जो उन्हें मंजूर है।
लेकिन वह नगर परिषद से यह सवाल करना चाहते है कि जेसीवी मशीन के प्रयोग से केवल उसी जगह ही टाइलें क्यों टूटी। गली का शेष भाग तो ठीक है।