ललेहड़ गांव के अधिकतर घरों को एनएच में शामिल करने से नाराज़ गांववासियों का प्रतिनिधिमंडल विधायक पवन काजल से मिला। गांव के लोगों ने कहा कि वे लोग पहले ही पौंग विस्थापित हैं। ऐसे में दोबारा विस्थापित होने से वे उजड़ जाएंगे।
काँगड़ा, राजीव जस्वाल
ललेहड़ गांव के अधिकतर घरों को एनएच में शामिल करने से नाराज़ गांववासियों का प्रतिनिधिमंडल विधायक पवन काजल से मिला। गांव के लोगों ने कहा कि वे लोग पहले ही पौंग विस्थापित हैं। ऐसे में दोबारा विस्थापित होने से वे उजड़ जाएंगे। जानबूझ कर उनके घरों को एनएच में डाला जा रहा है। उनके परिवार का कोई भी सदस्य न तो सरकारी न ही ग़ैर सरकारी नौकरी करता है।
ऐसे में अगर सरकार व प्रशासन उनकी सुध नहीं लेता है तो वह दूसरी बार विस्थापित हो जाएंगे। पहले पौंग झील के कारण विस्थापित हो चुके हैं। अब दूसरी बार विस्थापित होने का डर सता रहा है। लोगों ने कहा कि जनवरी माह में भी उन्होंने एसडीएम व ज़िलाधीश को अपनी समस्या बताई। लेकिन उनकी माँग पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
लोगों ने कहा कि उनके घरों को उजड़ने से बचाया जाए नहीं तो वे परिवार सहित भूख हड़ताल करने को मजबूर होंगे। और इसकी ज़िम्मेवारी प्रशासन की होगी। एनएच का निर्माण सरकार को करवाना ही है तो साथ लगती भूमि पर करवाया जाए। विधायक काजल ने कहा कि उनकी समस्या को वे सरकार तक पहुंचाएंगे।
इस मौक़े पर पवन कुमार, अमित, मान चंद , सतीश कुमार, वीर सिंह, मदन लाल, सुमन बाला, अनीता कुमारी, जगपाल, अशोक कुमार, भगवान दास, विमला देवी, मोनिका, रानी देवी, चंचला देवी, सरोज कुमारी आदि मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि सरकार उनकी समस्या का समाधान नहीं करती है तो आंदोलन व चक्का जाम के सिवाए कोई मार्ग नहीं बचेगा।