भाजपा महिला मोर्चा आईटी सेल प्रमुख पदभार मुक्त हो गई हैं। वायरल ऑडियो मामले में भाजपा ने यह कार्रवाई की है। पार्टी ने इनकी प्राथमिक सदस्यता भी रद कर दी है। महामंत्री शीतल व्यास और आइटी प्रमुख डाक्टर अर्चना ठाकुर पर कार्रवाई की गई है।
मंडी, नरेश कुमार
भाजपा महिला मोर्चा आईटी सेल प्रमुख पदभार मुक्त हो गई हैं। वायरल ऑडियो मामले में भाजपा ने यह कार्रवाई की है। पार्टी ने इनकी प्राथमिक सदस्यता भी रद कर दी है। भाजपा महिला मोर्चा के ऑडियो को वायरल करने के मामले में दो पदाधिकारियों पर गाज गिरी है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए डॉ. अर्चना ठाकुर और शीतल ब्यास को पदभार मुक्त कर दिया है। डॉ. अर्चना ठाकुर सोशल मीडिया एवं आइटी प्रभारी का पदभार देख रही थीं, तो शीतल महामंत्री के पद पर थीं। दोनों की प्राथमिक सदस्यता भी समाप्त कर दी गई है।
गत दिनों कुल्लू में हुई भाजपा महिला मोर्चा की बैठक के दौरान महिला पदाधिकारियों के बीच बहस का ऑडियो वायरल हुआ है। इस ऑडियो में पैसे का लेन देन कर पद देने की बात कही गई थी। साथ ही पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप एक दूसरे पर लगा रही थीं। ऑडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने इसकी जांच बिठा दी और प्रदेश अध्यक्ष ने रिपोर्ट मिलने के बाद डॉ. अर्चना ठाकुर और शीतल ब्यास को पदभार से मुक्त कर दिया है।
बताया जा रहा है कि यह विवाद कुल्लू की एक महिला नेत्री को जो पहले कांग्रेस में थी को पदभार देने के चलते हुआ था। बंद कमरे के बीच हुई इस बहस का आडियो भी संबंधित नेत्रियों द्वारा ही वायरल किया गया था। अब रिपोर्ट आने के बाद पार्टी ने दोनों को उनके पद से भार मुक्त कर दिया है। पार्टी के प्रदेश कार्यालय सचिव प्यार सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक अनुशासित राजनीतिक दल है तथा यहां पर किसी स्तर पर भी अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
दरअसल पार्टी चुनाव से पहले किसी भी तरह का विवाद नहीं चाहती। ऐसे में पार्टी आलाकमान ने तुरंत कड़ी कार्रवाई कर और पदाधिकारियों को भी कड़ा संदेश दिया है।