सीएंडवी अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चमनलाल शर्मा ने बताया कि प्रदेश में प्रारंभिक शिक्षा विभाग में शास्त्री अध्यापकों के 1182 पदों को भरने की स्वीकृति सरकार ने दी है। इन पदों को भरने के बारे में प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने 20 फरवरी 2020 को अधिसूचना जारी कर जिला उपनिदेशकों को आदेश किए थे।
व्यूरो, रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश सीएंडवी अध्यापक संघ ने शास्त्री अध्यापकों की बैचवाइज भर्ती का परिणाम जल्द जारी करने की मांग की है। संघ ने उच्च शिक्षा निदेशालय में फाइलें मंगवाने का विरोध किया है। कहा कि शिक्षकों का नियुक्ति प्राधिकारी जिला उपनिदेशक होता है, ऐसे में फाइलें शिमला मंगवाना गलत है। सीएंडवी अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चमनलाल शर्मा ने बताया कि प्रदेश में प्रारंभिक शिक्षा विभाग में शास्त्री अध्यापकों के 1182 पदों को भरने की स्वीकृति सरकार ने दी है।
इन पदों को भरने के बारे में प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने 20 फरवरी 2020 को अधिसूचना जारी कर जिला उपनिदेशकों को आदेश किए थे। इसमें 591 पद बैचवाइज तथा 591 पद कमीशन से भरने को कहा गया। 22 मार्च 2020 को कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन लगा और भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी। फरवरी 2021 में प्रदेश के सभी जिलों में शास्त्री पद की बैचवाइज भर्ती प्रक्रिया दोबारा शुरू हुई।
कोरोना महामारी की दूसरी लहर की वजह से बैचवाइज भर्ती का रिजल्ट तैयार नहीं हो सका। अब सभी जिलों में शास्त्री पद का रिजल्ट लगभग तैयार हो चुका है। इसी बीच उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला उपशिक्षा निदेशकों को शास्त्री अध्यापकों की बैचवाइज भर्ती का परिणाम मंजूरी लेने के लिए उच्च शिक्षा निदेशालय भेजने के निर्देश दे दिए हैं। संघ के अध्यक्ष चमन लाल शर्मा ने कहा कि ऐसा आजतक कभी भी नही हुआ है।
सीएंडवी अध्यापकों का नियुक्ति प्राधिकारी जिले का उपनिदेशक होता है। फिर शिमला फाइल मंगवाने का कोई औचित्य नही बनता। एक तो पहले ही शास्त्री की भर्ती प्रक्रिया में डेढ़ साल लग गया है और अब इसे और आगे लटकाया जा रहा है। संघ ने कहा कि अगर शास्त्री भर्ती प्रक्रिया की फाइल शिमला मंगवाई जाती है तो संघ इसका कड़ा विरोध करेगा। उन्होंने 15 जुलाई तक परिणाम जारी करने की मांग की है।