लंज, निजी संववददाता
पौंग बांध नगरोटा सूरियां बीट के तहत पंचायत सुगनाडा, जरोट, वरियाल व घाड़ जरोट के किनारे पंजाब व जम्मू कश्मीर से आ रहे रोजाना सैकड़ों गुज्जरों ने हजारों मवेशियों संग डेरा जमाना शुरू कर दिया है। अब हालत यह हो गई कि गुज्जर स्थानीय लोगों से मारपीट कर दहशत का माहौल कायम कर रहे हैं।
हैरानी की बात है कि एक तरफ हिमाचल के बॉर्डर पर पुलिस प्रशासन ने सील किए हैं और हर चौराहे पर पुलिस के नाके लगे होने के बाबजूद इतनी बड़ी संख्या में गुज्जरों व उनके मवेशियों का यहां तक पहुंचना सरकार व पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाता है। पौंग डैम एरिया किसी भी गतिविधि के लिए प्रतिबंधित घोषित किया गया है। ऐसे में स्थानीय जनता को हैरानी हो रही है कि पुलिस व प्रशासन की सख्ती व निगरानी कैसे हो रही है।
स्थानीय लोगों को सता रहा अपने मवेशी चोरी होने का डर गुज्जरों के यहां आने से स्थानीय लोगों व पौंग किनारे बसे लोगों को उनके मवेशियों के चोरी होने का डर सताने लगा है, क्योंकि पहले भी इन्हीं दिनों में स्थानीय लोगों के साथ मिलकर गुज्जरों ने उनके मवेशियों को चुराया था। जिसके तहत पुलिस में कार्रवाई भी की गई थी।
सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग पंचायत जरोट के पूर्व उपप्रधान चैन सिंह ठाकुर, नरेश, प्रदीप कुमार, संदीप सिंह, रमन चौधरी, अक्षय, रमेश, कुलदीप, प्रभात सिंह, गोगी, संजू, रण सिंह, काला, कमल, जगजीवन, अरुण आदि ने सरकार व प्रशासन से सवाल उठाए हैं कि हिमाचल की सीमाओं पर इतनी सख्ती व कोरोना महामारी के चलते बाहरी राज्य से सैकड़ों की संख्या में उक्त गुज्जर व मवेशियों का यहां पहुंचना अचंभा ही है। उन्हें अब अपने मवेशियों की चिंता सताने लगी है। लोगों ने सरकार व प्रशासन से गुज्जरों के डैम एरिया में गैरकानूनी ढंग से पहुंचने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
अन्य राज्यों के गुज्जरों को डैम एरिया से बाहर किया जा रहा वन्य प्राणी विंग के डीएफओ राहुल रहाने का कहना है उनकी टीमें लगातार डैम एरिया में गश्त लगा रही हैं तथा गुज्जरों को डैम एरिया से बाहर किया जा रहा है।