शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला की वादियों में पढ़ाई कर रही आठवीं कक्षा की एक छात्रा, जब भी स्कूल से घर लौटती थी, उसकी नजरें ओबेरॉय, क्लार्क्स और सिसिल जैसे आलीशान होटलों पर टिक जाती थीं। करीब 22 वर्ष पूर्व उस बच्ची ने मन ही मन एक संकल्प लिया “एक दिन मेरे अपने होटल होंगे।”
यह कहानी फिल्मी जरूर लग सकती है, लेकिन यह हकीकत है योगिता गोयल की। जो आज 13 होटलों का संचालन कर रही हैं और भारतीय हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की एक प्रभावशाली हस्ती बन चुकी हैं।
शिमला में जमा दो की पढ़ाई पूरी करने के बाद योगिता ने चंडीगढ़ के सेक्टर-42 स्थित संस्थान से होटल प्रबंधन में प्रोफेशनल ट्रेनिंग ली। पढ़ाई के तत्काल बाद देश के प्रतिष्ठित ताज ग्रुप ऑफ होटल्स में प्रबंधन प्रशिक्षु के तौर पर कार्य शुरू किया।
केवल दो वर्षों में ही वे ताज के लग्जरी डिवीजन में सहायक प्रबंधक बन गईं। यह वो डिवीजन था जहां देश-विदेश की विशिष्ट हस्तियों का आतिथ्य होता है।
22 वर्ष की उम्र में इतनी बड़ी ज़िम्मेदारी निभाना, योगिता की कार्यकुशलता, अनुशासन और सेवा-संस्कृति का जीवंत प्रमाण था। रामबाग महल (जयपुर), उम्मेद भवन (जोधपुर), लेक पैलेस (उदयपुर),जे डब्ल्यू होटल (दिल्ली) और क्राउन प्लाजा (रोहिणी) जैसे प्रतिष्ठित होटलों में उन्होंने 9 वर्षों का प्रबंधन अनुभव हासिल किया।
वर्ष 2011 में उनका विवाह पांवटा साहिब निवासी मनीष गोयल से हुआ, जो स्वयं भी होटल व्यवसाय से जुड़े हैं। कुछ वर्षों तक योगिता ने पारिवारिक जिम्मेदारियों को प्राथमिकता दी।
काठमांडू प्रवास के दौरान उन्होंने इवेंट मैनेजमेंट में प्रवेश किया, जहां से ‘पिंक लीफ इवेंट्स’ की नींव रखी गई। जो आज विवाह, कॉर्पोरेट और सामाजिक आयोजनों की सफल और भरोसेमंद कंपनी बन चुकी है।
वर्ष 2020 में शुरू हुआ नया अध्याय
जब देश कोरोना महामारी की मार झेल रहा था, तब योगिता ने उस समय को अवसर में बदलते हुए “स्तोत्रक हॉस्पिटैलिटी”(Stotrak Hospitality) की नींव रखी। उत्तराखंड के डाकपत्थर से शुरू हुए इस सफर ने कुछ ही वर्षों में मसूरी ऋषिकेश, सैलाकुई, जैसलमेर, कुम्भलगढ़, रणथंभौर, उदयपुरवाटी और अब नाहन जैसे स्थानों पर पहुंच बना ली है।
वर्तमान में वे 13 होटलों का संचालन कर रही हैं। इन सभी स्थानों पर उनका ध्यान केवल व्यापार तक सीमित नहीं है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, स्थानीय संस्कृति और पर्यटन को सतत विकास से जोड़ना उनकी प्राथमिकता रही है। उनके होटल पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त हैं और स्थानीय संसाधनों को बढ़ावा देते हैं।
पुरस्कारों से मिली पहचान, समाज सेवा से बनी मिसाल
होटल उद्योग और पर्यावरण पर्यटन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें अब तक कई प्रतिष्ठित मंचों पर सम्मानित किया जा चुका है। वर्ष 2024 में उन्हें हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल द्वारा “नारी शक्ति सम्मान” प्रदान किया गया। इसी वर्ष, राजस्थान के रणथंभौर में स्थित उनके होटल “द अर्थ” को सर्वश्रेष्ठ अवकाश होटल का पुरस्कार भी मिला।
इसके अतिरिक्त उन्हें डॉ. वाई.एस. परमार राष्ट्र निर्माता पुरस्कार और “हिमाचल आइकन पुरस्कार” से भी नवाज़ा गया। इसके अलावा वर्ष 2022 में “सशक्त महिला उद्यमी” के रूप में पहचान मिली।
उनके सामाजिक योगदान को देखते हुए स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन ने भी उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया।
केवल व्यावसायिक क्षेत्र में ही नहीं, योगिता समाजसेवा में भी उतनी ही सक्रिय हैं। वर्तमान में वे रोटरी क्लब मसूरी की सचिव के रूप में कार्यरत हैं।
वे अब तक तीन बच्चों को नया जीवन देने में सफल रही हैं और शिक्षा, स्वास्थ्य व सामाजिक कल्याण से जुड़े अनेक अभियानों में उनकी सक्रिय भागीदारी रही है। समाज के प्रति उनके इस समर्पण ने उन्हें एक सफल महिला उद्यमी से कहीं बढ़कर एक जिम्मेदार नागरिक की पहचान दी है।
योगिता गोयल के बोल
योगिता गोयल ने बताया कि “यह मेरे लिए सिर्फ एक व्यवसाय नहीं, बल्कि भावनाओं से जुड़ा सपना है। उत्तराखंड व राजस्थान के 13 होटलों के ऑपरेशन विंग को संभाल रही हूं। नाहन के समीप भी रिज़ॉर्ट शुरू करने जा रहे हैं।”
वो यह भी बोली, “आज जब मैं पीछे देखती हूँ, तो महसूस होता है कि कठिनाइयाँ चाहे जितनी भी रही हों, लेकिन संकल्प अगर सच्चा हो तो रास्ते खुद बनते जाते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “दो बच्चों की मां होने के बावजूद मैंने हमेशा संतुलन बनाने की कोशिश की है। परिवार, कारोबार और समाजसेवा, तीनों को साथ लेकर चलना चुनौतीपूर्ण जरूर होता है, लेकिन अगर काम के प्रति लगाव हो, तो थकावट नहीं, तृप्ति मिलती है।”
होटल उद्योग में आने से पहले के अनुभव साझा करते हुए योगिता ने बताया, “प्रबंधन का अनुभव मुझे काठमांडू में मिला, और वहां से ‘पिंक लीफ़ इवेंट्स’ की शुरुआत हुई। आज भी यह कंपनी विवाह, पारिवारिक आयोजनों और व्यावसायिक कार्यक्रमों में गुणवत्ता और भरोसे का नाम बन चुकी है।
मेरी कोशिश रहती है कि हर आयोजन में रचनात्मकता, अनुशासन और समय की पाबंदी को सर्वोपरि रखा जाए, ताकि हर ग्राहक का अनुभव यादगार बन सके।”