भूस्खलन से भवन गिरने; घरों को खतरा होने पर लोगों ने खोया आपा, एनएचएआई के इंजीनियर पीटे
शिमला – नितिश पठानियां
शिमला के भट्टाकुफर में पांच मंजिला भवन गिरने और कई घरों को गिरने का खतरा होने के बाद मौके पर पहुंचे एनएचएआई के इंजीनियरों को गुस्साए लोगों पीट दिया। इस दौरान गुस्साए लोगों ने एनएचएआई के इंजीनियरों में से एक का सिर फोड़ दिया, जबकि दूसरे को भी चोटें आई हैं।
घायल इंजीनियर अचल जिंदल को जब आईजीएमसी लाया गया, तो उसके सिर से खून बह रहा था। यहां उनका सीटी स्कैन भी हुआ। इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है। जब यह वारदात हुई तो एसएचओ और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर थे। हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने वारदात वाले कमरे को ताला लगा दिया है।
बताया जा रहा है कि भट्टाकुफर में जहां पर पांच मंजिला भवन गिरा, उसके साथ घरों में एनएचएआई के इंजीनियर मौके का जायजा लेने पहुंचे थे। इससे पहले स्थानीय विधायक एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह और शिमला ग्रामीण के एसडीएम मौके का जायजा लेने पहुंचे थे। इस दौरान एनएचएआई के इंजीनियर भी मौके पर पहुंचे थे।
घटना स्थल पर मौजूद लोग एनएचएआई के इंजीनियर को देखकर भडक़ गए। इस दौरान मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने एनएचएआई के इंजीनियरों पर थप्पड़-मुक्के बरसाए। फिर किसी व्यक्ति ने एक इंजीनियर के सिर पर घड़ा दे मारा, जिससे इंजीनियर बुरी तरह से लहूलुहान हो गया।
एनएचएआई की दोनों इंजीनियर किसी तरह से लोगों की भीड़ से निकल टैक्सी में उपचार के लिए आईजीएमसी पहुंचे। इस घटना के बाद फोरलेन बना रही गावर कंपनी के मजदूर भी मौके से भाग गए।
घायलों को नहीं दिया तुरंत उपचार
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि एनएचएआई के अधिकारियों की प्रदेश के एक मंत्री प्रशासन और पुलिस की उपस्थिति में मारपीट सही नहीं है। मारपीट में दोनों अधिकारी लहूलुहान हो गए। मीडिया के लोगों द्वारा बीच बचाव किए जाने की वजह से उनकी जान बची।
जयराम ने आरोप लगाया कि मौके पर एसडीएम और पुलिस की मौजूदगी के बाद भी उन्हें तुरंत अस्पताल भी नहीं पहुंचाया गया। एनएचएआई के अधिकारियों पर यह हमला अत्यंत कानून व्यवस्था का पतन का उदाहरण है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था अपने हाथ में लेने वाले मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करें और उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें। प्रदेश में इस तरीके की अराजकता को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।