चम्बा – भूषण गुरुंग
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ चंबा में आक्रोश फूट पड़ा। हमले के खिलाफ अंजुमन इस्लामिया चंबा और एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने बुधवार शाम को शहर में कैंडल मार्च निकाला। अंजुमन इस्लामिया के सदर सैयद डॉ. इसरार अली शाह के नेतृत्व में आयोजित इस मार्च में बड़ी संख्या में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
डॉ. इसरार ने हमले को मानवता के मूल्यों का अपमान करार देते हुए कहा कि निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाना कायरता की पराकाष्ठा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और इस हमले को किसी धार्मिक रंग में देखना निहायत ही गलत है।
उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे कश्मीर घाटी में शांति लौट रही है, भारत विरोधी ताकतें बौखला गई हैं और देश की एकता को चोट पहुंचाने की साजिशें रच रही हैं। मगर देश की सुरक्षा एजेंसियां और सेना ऐसे नापाक इरादों को नाकाम करने में सक्षम हैं।
डॉ. शाह ने प्रधानमंत्री से मांग की कि इस हमले में शामिल आतंकियों और उनके साजिशकर्ताओं को जल्द से जल्द उनके अंजाम तक पहुंचाया जाए। उधर, देरशाम एसएफआई के कार्यकर्तां ने भी कैंडल मार्च निकाला और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। कैंडल मार्च के माध्यम से एक स्वर में यह संदेश दिया कि आतंकवाद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है और निर्दोषों की हत्या मानवता के खिलाफ अपराध है।