केंद्र सरकार ने दी मंजूरी, अब जमीन तलाश रही हिमाचल सरकार, लाहौल-स्पीति और किन्नौर में स्थापित होंगे दो नए राडार
शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल में मौसम विभाग आगामी दिनों में बाढ़ या बादल फटने की घटना की सटीक जानकारी दे पाएगा। केंद्र सरकार की मदद से राज्य में मौसम का अनुमान लगाने के लिए राडार स्थापित किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार ने दो राडार लगाने की मंजूरी दे दी है। जबकि राज्य सरकार इन राडार को स्थापित करने के लिए जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर रही है।
हिमाचल को राडार के लिए जमीन मुहैया करवानी है। यह राडार लाहुल-स्पीति और किन्नौर में स्थापित होंगे। केंद्र सरकार इन राडार के लिए अत्याधुनिक तकनीक मुहैया करवाएगी। जबकि राज्य सरकार से राडार के लिए जमीन मिलेगी। राडार भविष्य में हिमाचल में मौसम की भविष्यवाणी में मददगार साबित होंगे। रा
ज्य पर बाढ़ और बादल फटने की घटनाओं में होने वाले बड़े नुकसान का टालने में मददगार साबित होंगे। इससे हिमाचल में मौसम की भविष्यवाणी भविष्य में और भी सटीक होगी। गौरतलब है कि करीब दो साल पहले हिमाचल में भयंकर आपदा आई थी। इसके बाद बीते साल बरसात के दौरान बादल फटने की अलग-अलग घटनाओं में मंडी, शिमला और कुल्लू में भयंकर तबाही हुई थी।
बीते दिनों केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने मौसम विज्ञान केंद्र का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने हिमाचल को प्राकृतिक आपदा से बचाने के लिए राडार प्रणाली विकसित करने की बात कही थी। अब राज्य में दो राडार स्थापित करने को हरी झंडी मिल गई है। इनमें एक राडार लाहौल-स्पीति और दूसरा कुल्लू में स्थापित होगा।
राज्य में मौसम के बदलाव से पहले बारिश और बर्फबारी से जुड़ी तमाम जानकारी इन राडार के माध्यम से मौसम विज्ञान केंद्र और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को मिल जाएंगी। राज्य सरकार ऐसी स्थिति में समय रहते लोगों को अलर्ट कर सकती है। अनुमान है कि भविष्य में आपदा से जुड़ी घटनाएं होने की स्थिति में राडार सिस्टम से नुकसान कम होगा और मौसम में बदलाव की भविष्यवाणी भी सही हो पाएगी।
फिलहाल, इन दोनों राडार के लिए राज्य सरकार जमीन मुहैया करवाने की प्रक्रिया को जल्द पूरा करेगी। केंद्र और राज्य के बीच हुए समझौते के तहत केंद्र सरकार राडार प्रणाली देगी तो हिमाचल सरकार इन राडार को स्थापित करने के लिए जमीन मुहैया करवाएगी।