एसएमसी शिक्षकों के लिए खुशखबरी, SMC शिक्षकों के नियमितीकरण का रास्ता साफ, भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में हुआ बदलाव
शिमला – नितिश पठानियां
स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) के तहत सेवाएं दे रहे शिक्षकों को नियमित करने की राह प्रशस्त हो गई है। सरकार ने एसएमसी शिक्षकों को नियमित करने के लिए भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में बदलाव किया है।
अध्यापकों के भर्ती नियमों में बदलाव
शिक्षा विभाग ने सोमवार को टीजीटी, जेबीटी और कला अध्यापकों के भर्ती नियमों में बदलाव किया। इन शिक्षकों को लिमिटेड डायरेक्ट रिक्रूटमेंट यानी एलडीआर कोटा देने के लिए किया है। स्कूलों में वर्तमान में करीब 2408 शिक्षक एसएमसी आधार पर कार्यरत हैं।
नए नियमों के अनुसार टीजीटी भर्ती में 37.5 प्रतिशत कोटा सीधी भर्ती का राज्य चयन आयोग के माध्यम से होगा। 32.5 प्रतिशत कोटा बैचवाइज व पांच प्रतिशत कोटा एलडीआर का होगा, जो एसएमसी शिक्षकों को मिलेगा। पदोन्नति के लिए 25 प्रतिशत कोटा को बिना परिवर्तन किए रखा गया है।
नई भर्तियों में एसएमसी को मिलेगा कोटा
तीनों श्रेणियों में बैचवाइज कोटा से ही पांच प्रतिशत की कटौती की है। टीजीटी के नए नियमों में स्नातकोत्तर डिग्री के अंक भी पात्रता दिला सकते हैं। शिक्षा सचिव राकेश कंवर की ओर से यह अधिसूचना जारी की गई है।
अब सिर्फ स्कूल प्रवक्ता न्यू के भर्ती नियमों में बदलाव होगा, जिसमें एसएमसी शिक्षकों को पांच प्रतिशत एलडीआर कोटा सीधी भर्ती से दिया जाएगा। अब सभी नई भर्तियों में एसएमसी को यह कोटा मिलता रहेगा।
नए नियमों में यह प्रविधान एसएमसी के माध्यम से सिर्फ उन शिक्षकों को एलडीआर कोटा मिलेगा, जिन्हें सात जुलाई 2012 को घोषित पॉलिसी के तहत भर्ती किया है व कम से कम पांच वर्ष की सेवा हो गई है। सीधी भर्ती किए जाने वाले अभ्यर्थियों के लिए निर्धारित ऊपरी आयु सीमा सरकार में पहले से सेवारत एसएमसी अध्यापकों पर लागू नहीं होगी।