हमीरपुर व शिमला की दो ग्राम पंचायतों का राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार में दबदबा।
शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश की दो ग्राम पंचायतों को तीन राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार से नवाजा जाएगा। दो ग्राम पंचायतों को दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सतत विकास पुरस्कार-2024 और एक ग्राम पंचायत को नानाजी देशमुख सर्वोत्तम पंचायत सतत विकास पुरस्कार-2024 के लिए चयनित किया गया है।
यह पुरस्कार 11 दिसंबर को नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय ग्राम पंचायत पुरस्कार प्रस्तुति कार्यक्रम में दिए जाएंगे। हमीरपुर जिला के बमसन ब्लॉक की सिकंदर ग्राम पंचायत और शिमला जिला के नारकंडा ब्लॉक की थानाधार ग्राम पंचायत को दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सतत विकास पुरस्कार के लिए चयनित किया है।
सिकंदर ग्राम पंचायत को जल पर्याप्त पंचायत की श्रेणी में पुरस्कार मिलेगा, जबकि थानाधार पंचायत को सामाजिक रूप से न्यायपूर्ण और सुरक्षित पंचायत की श्रेणी में राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त होगा। इस अवसर पर उन्हें 75 लाख रुपए की अवार्ड मनी दी जाएगी।
15 राज्यों की पंचायतों को राष्ट्रीय पुरस्कार
इस वर्ष 15 राज्यों की ग्राम पंचायतों को कुल 45 राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। इनमें सबसे अधिक पुरस्कार ओडिशा और त्रिपुरा को सात-सात पुरस्कार मिलेंगे, जबकि महाराष्ट्र की छह और आंध्र प्रदेश को चार-चार पुरस्कार दिए जाएंगे। इसके बाद हिमाचल प्रदेश और बिहार का स्थान है, जहां तीन-तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिलेंगे।
थानाधार को नानाजी देशमुख सर्वोत्तम पुरस्कार
शिमला की थानाधार ग्राम पंचायत को नानाजी देशमुख सर्वोत्तम पंचायत सतत विकास पुरस्कार-2024 के तहत सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत की श्रेणी में भी चयनित किया है। यह पुरस्कार थानाधार पंचायत के उत्कृष्ट कार्यों, समाज के विभिन्न वर्गों के लिए नीतियों और सतत विकास में योगदान के लिए दिया जाएगा।
राष्ट्रीय पुरस्कार से बढ़ेगा हिमाचल की पंचायतों का गौरव
हिमाचल पंचायती राज विभाग के निदेशक राघव शर्मा में बताया कि यह पुरस्कार हिमाचल प्रदेश की ग्राम पंचायतों के लिए गर्व का क्षण है। ये इन पंचायतों के सामूहिक प्रयासों और जनहित में किए गए कार्यों का प्रतिफल है औऱ अन्य पंचायतों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा। 11 दिसंबर को नई दिल्ली में होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह में प्रदेश के इन ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि पुरस्कार प्राप्त करेंगे।