स्थानीय लोगों को अपने पशुओं में मुंह-खुर रोग का डर, भैंसों के चोरी होने का भी बढ़ जाएगा सिलसिला
ज्वाली – अनिल छांगू
पौंग झील किनारे वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर अब प्रवासी गुज्जरों का आगमन शुरू हो गया है। प्रवासी गुज्जर अपने मवेशियों को लेकर झील किनारे पहुंच रहे हैं तथा झील की खाली जमीन पर गंदगी फैला रहे हैं। प्रवासी गुज्जरों पर विभाग कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहा है। वन्य प्राणी विभाग इनको आते देख मूकदर्शक बना हुआ है।
ज्वाली की सडक़ों से सैकड़ों मवेशियों को साथ लेकर प्रवासी गुज्जर गुजर रहे हैं लेकिन प्रशासन, पुलिस इन पर कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहा है। प्रवासी गुज्जरों के मवेशियों के आने के कारण स्थानीय लोगों को अपने मवेशियों को खुर मुंह की बीमारी होने का डर सताने लगा है। इसके अलावा लोगों को भैसों के चोरी होने का अंदेशा होने लगा है क्योंकि प्रतिवर्ष स्थानीय लोगों की दर्जनों भैंसें गायब हो जाती हैं।
पर्यावरणप्रेमी मिलखी राम शर्मा, कुलबंत सिंह, उजागर सिंह ने कहा कि प्रवासी गुज्जरों की भैंसे जब झुंडों में चरती हैं तो पक्षियों के अंडे उनके खुरों के नीचे आने से खराब हो जाते हैं। कई पक्षियों के बच्चे खुरों के नीचे आने से मर जाते हैं।
उन्होंने कहा कि इन प्रवासी गुज्जरों द्वारा थाना में पंजीकरण भी नहीं करवाया जाता है। ऐसे में अगर कोई अप्रिय घटना को अंजाम देकर फरार हो जाए तो उसको तलाश करना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वन्य प्राणी विभाग में विभाग की मिलीभगत से जिस पर खेती हो गई और फिर फसल को काट लिया गया।
उसी प्रकार अब प्रवासी गुज्जरों को मवेशियों सहित रहने दिया जाएगा। कोई भी कार्रवाई इनके खिलाफ अमल में नहीं लाई जाएगी। उन्होंने वन्य प्राणी विभाग से मांग की है कि प्रवासी गुज्जरों को पौंग झील से खदेड़ा जाए ताकि गंदगी न फैलने पाए।
डीएफओ रेजीनोड रॉयस्टोन के बोल
इस बारे में वन्य प्राणी विभाग हमीरपुर के डीएफओ रेजीनोड रॉयस्टोन ने कहा कि वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर प्रवासी गुज्जरों को डेरा डालने नहीं दिया जाएगा। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।