दिल्ली – नवीन चौहान
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली शराब नीति केस में हाई कोर्ट में गिरफ्तारी से राहत नहीं मिलने के बाद गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम ने गुरुवार रात नौ बजे गिरफ्तार कर लिया।
ईडी की टीम गुरुवार शाम सात बजे उनके घर रेड मारने पहुंच गई। पहले बताया गया कि ईडी शराब घोटाला मामले में उन्हें 10वां सम्मन देने पहुंची है, लेकिन फिर साफ हुआ कि ईडी की टीम के पास सर्च वारंट था और उनके घर की तलाशी ली गई।
इस दौरान केजरीवाल से पूछताछ भी गई। जांच एजेंसी ने दो घंटे तक पूछताछ के बाद रात नौ बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान सीएम आवास के आसपास काफी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी और धारा 144 भी लगा दी गई थी। सूत्रों की मानें तो ईडी की पूछताछ में के. कविता ने शराब घोटाले में केजरीवाल का नाम लिया है। इसके बाद यह कार्रवाई की गई।
उधर, ईडी की कार्रवाई के चलते केजरीवाल की लीगल टीम गुरुवार देर शाम को सुप्रीम कोर्ट पहुंची। टीम ने सुनवाई के लिए अर्जेंट लिस्टिंग करने की मांग की है। गौरतलब है कि ईडी ने केजरीवाल को 17 मार्च को नौवां सम्मन भेजा था। हालांकि वह एक बार भी पूछताछ के लिए नहीं गए।
केजरीवाल 19 मार्च को सम्मन के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे थे। उनकी याचिका पर 20 मार्च को सुनवाई हुई थी। कोर्ट ने बार-बार सम्मन भेजने को लेकर ईडी को तलब किया था। हालांकि गुरुवार को हुई सुनवाई में हाई कोर्ट ने केजरीवाल को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया।
चुनाव के चलते केजरीवाल को टारगेट करना गलत
केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ समूचा विपक्ष एकजुट हो गया है। शरद पवार, अखिलेश यादव, मल्लिकार्जुन खडग़े, राहुल गांधी समूचे विपक्ष ने गिरफ्तारी को लोकतंत्र पर हमला बताया है। सभी ने एक सुर में कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार समूचे विपक्ष को खत्म करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त यह गिरफ्तारी लोकतंत्र की हत्या है। राजनीति का स्तर इस तरह से गिराना न प्रधानमंत्री को शोभा देता है, न उनकी सरकार को। अपने आलोचकों से चुनावी रणभूमि में उतरकर लडि़ए, उनका डटकर मुकाबला करिए, उनकी नीतियों और कार्यशैली पर बेशक हमला करिए- यही लोकतंत्र होता है, लेकिन इस तरह लोकतंत्र की हत्या सरासर गलत है।
जेल से ही दिल्ली चलाएंगे केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजकअरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए उनकी मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली के सभी विधायकों, पंजाब के विधायकों, राज्यसभा सांसदों ने एकमत से फैसला किया है कि केजरीवाल ही दिल्ली के मुख्यमंत्री रहेंगे और वह जेल से ही सरकार चलाएंगे।
यह स्पष्ट है कि ईडी और भाजपा अदालतों का सम्मान नहीं करते हैं। अगर ऐसा होता, तो वे अरविंद केजरीवाल पर इतनी बड़ी कार्रवाई नहीं करते। यह एक राजनीतिक साजिश है और भाजपा की इस साजिश के खिलाफ आप संघर्ष करेगी। केजरीवाल एक व्यक्ति नहीं, एक विचार हैं। अगर एक लोकप्रिय सीएम को इस तरह से गिरफ्तार किया गया है, तो उनके समर्थक पूरी दिल्ली में प्रदर्शन करेंगे।

