प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से 10वीं और 12वीं पास करने वाले विद्यार्थियों को उत्तीर्ण प्रमाणपत्र के लिए 100 रुपये का शुल्क देना होगा। यह राशि वार्षिक परीक्षा शुल्क के साथ जमा होगी।
हिमखबर डेस्क
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से 10वीं और 12वीं पास करने वाले विद्यार्थियों को उत्तीर्ण प्रमाणपत्र के लिए 100 रुपये का शुल्क देना होगा। यह राशि वार्षिक परीक्षा शुल्क के साथ जमा होगी। इसके बाद परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों को अंक तालिका (मार्कशीट) के साथ पास होने का प्रमाण पत्र भी जारी किया जाएगा।
इस वर्ष बोर्ड ने शिक्षा सत्र 2023-24 के लिए परीक्षा शुल्क की अधिसूचना जारी की है। इसमें 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा शुल्क भारी वृद्धि की है। स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डाॅ. (मेजर) विशाल शर्मा ने स्पष्ट किया है कि इस बार दसवीं और 12वीं के विद्यार्थियों को जो पासिंग प्रमाण पत्र भेजा जाएगा, उसके लिए परीक्षा शुल्क के साथ 100 रुपये अतिरिक्त जमा करवाने होंगे।
इस अधिसूचना के जारी होते ही अभिभावकों में रोष भी बढ़ गया है। हैरानी की बात यह है कि दिव्यांगों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ईडब्ल्यूएस आदि वर्ग के लिए भी किसी प्रकार की शुल्क में छूट नहीं दी गई है।
शिक्षा बोर्ड ने 10वीं के लिए सालाना परीक्षा शुल्क 500 से बढ़ाकर 950 रुपये कर दिया है। इसमें माइग्रेशन और पासिंग प्रमाण पत्र का शुल्क भी शामिल हैं। वहीं जमा दो का वार्षिक परीक्षा शुल्क 115 रुपये बढ़ाया गया है। समय पर यह शुल्क जमा न करने पर अतिरिक्त शुल्क अलग से भरा होगा।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के सचिव डाॅ.(मेजर) विशाल शर्मा की ओर से जारी अधिसूचना में वार्षिक परीक्षा शुल्क में वृद्धि करते हुए पासिंग प्रमाण पत्र के लिए 100 रुपये का शुल्क लेने की बात कही है।