अस्पतालों के हिमकेयर में फंसे 200 करोड़; सरकार से राशि मिलने का इंतजार, रोगियों को नहीं मिल रहा फ्री इलाज।
शिमला – नितिश पठानियां
मुख्यमंत्री हिमकेयर योजना के तहत इम्पैनल्ड अस्पतालों को अभी तक लंबित राशि का भुगतान नहीं हुआ है। अस्पतालों को लंबित राशि का भुगतान करने के लिए विभाग सरकार से अनुमति मिलने के इंतजार में है।
सरकार की ओर से अभी तक लंबित राशि के भुगतान को अनुमति प्रदान नहीं की गई है। ऐसे मे अब उम्मीद जताई जा रही है कि अगले सप्ताह सरकार से अनुमति मिल सकती है। सरकार से अनुमति मिलने के बाद विभाग द्वारा अस्पतालों को भुगतान कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री हिमकेयर योजना के तहत इम्पैनल्ड अस्पतालों को अभी तक 200 करोड़ रुपए का भुगतान लंबित है। अधिकारियों का कहना है कि हर महीने अस्पतालों से सरकार को करीब 35 करोड़ रुपए के क्लेम आ रहे है, जबकि पहले यह राशि इतनी नहीं होती थी।
मरीजों की बढ़ी दिक्कतें
अस्पतालों को भुगतान न होने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस योजना के तहत इम्पैनल्ड कई सरकारी व निजी अस्पतालों ने इस योजना के तहत लोगों का इलाज करना बंद कर दिया है। ऐसे में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदेश में हिमकेयर योजना में 278 अस्पताल पंजीकृत
निजी अस्पताल प्रबंधनों का सवाल है कि यदि सरकार निर्धारित नियमों के तहत राशि की अदायगी ही नहीं करेगी, तो वह कैसे अपने अस्पताल चलाएंगे। अस्पतालों में योजना का लाभ देकर मरीजों का तो नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है, लेकिन सरकार इस दिशा में अस्पताल प्रबंधनों का भी ख्याल रखें।
हिमकेयर के तहत प्रदेश में 278 अस्पताल पंजीकृत है। इनकी सूची विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है। प्रदेश के बाहर पीजीआई और एम्स चंडीगढ़ भी पंजीकृत है।
इस योजना के अंतर्गत 30 स्पेशलिटियां चयनित है, जिनमें 2,227 शल्य चिकित्सा व अन्य बीमारियों का उपचार शामिल है।