हिमखबर – डेस्क
यह चित्र हिमाचल पथ परिवहन निगम की अवाहदेवी से दिल्ली जाने वाली बस का नहीं, बल्कि जिला कांगड़ा की भवारना उपतहसील के एक छात्र द्वारा तैयार बस का मॉडल है। बस का यह मॉडल न केवल असली बस की तरह दिखता है, बल्कि यह बस चलती भी है।
भवारना के आरठ गांव के नरेश राठौर व सपना देवी के बेटे आर्यन राठौर ने एक साल की मशक्कत के बाद यह मॉडल तैयार किया है। आर्यन एपीएस ठाकुरद्वारा में जमा एक के छात्र हैं। बस में स्क्रीन, गियर बॉक्स, शाफ्ट, स्टीयरिंग, टायर और लाइटें असली बस की तरह काम करती हैं। चलते-चलते ही इसका गियर और एक्सीलेटर भी बखूबी काम करता है।
यहां तक कि यह बस रिवर्स मोड में भी चलती है। इसके लिए इलैक्ट्रॉनिक उपकरण ट्रांसमीटर लगाया गया है, जो रिमोट से चलता है। बस की खूबियां देखकर आप यह बखूबी अंदाजा लगा सकते हैं कि इस तरह के होनहार बच्चे ही आने वाले समय में चंद्रयान जैसे अभियान में देश का नाम रोशन करते हैं, बशर्ते कि उन्हें सही मार्गदर्शन और संसाधन उपलब्ध हों।
पॉकेट मनी से तकनीक युक्त उपकरण खरीदे
आर्यन बताते हैं कि वह अक्सर यू-ट्यूब चैनल पर इस तरह के वीडियो देखता था। वहां से प्रेरणा पाकर यह मॉडल तैयार किया है। आर्यन बताते हैं कि वह पॉकेट मनी को खर्च नहीं करते बल्कि इस तरह के तकनीक युक्त उपकरण खरीद लेते हैं। मॉडल में प्रयुक्त हुई 1.16 साइज की चैसी इंडियन स्किल आर्ट बेंगलुरु से ऑनलाइन खरीदी है।
आर्यन के दादा जगरूप चंद ने भी आर्यन का हौसला बढ़ाया, जो भारतीय सेना के मैकेनिक विंग में सेवाएं दे चुके हैं। आर्यन के पिता नरेश राठौर वर्तमान में एनडीआरएफ में तैनात हैं। वह बताते हैं कि बचपन से ही आर्यन को इस तरह के मॉडल और तकनीकी क्षेत्र में रुचि रही है। पढ़ाई के अलावा खाली वक्त में वह इस तरह के रुचिकर कार्य करता रहता है।