मरीजों को कीमोथैरेपी एवं अन्य प्रोसीजर्स के लिए बाहरी राज्यों में जाने से छुटकारा
कांगड़ा – राजीव जस्वाल
प्रदेश एवं क्षेत्र में बढ़ते कैंसर के मामलों को देखते हुए अब फोर्टिस अस्पताल में कैंसर सेवाएं आरंभ हो चुकी हैं। डा. अंकिता कटोच ने फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में बतौर कैंसर स्पेशलिस्ट ज्वाइन किया है।
डा. अंकिता ने कहा कि प्रदेश में बढ़ रहे कैंसर के मामले एक चिंता का विषय है। इसके विपरीत लोगों में यह धारणा कि कैंसर एक लाइलाज बीमारी है, जिस वजह से लोग डाक्टरी उपचार नहीं लेना चाहते।
डा. अंकिता ने कहा कि अगर मरीज शुरुआती लक्षणों को पहचाने और डाक्टरी परामर्श ले तो कैंसर जैसी बीमारी का उपचार भी संभव है। उन्होंने कहा कि शुरुआती लक्षणों में जैसे वजन घटना, फोड़ा या गांठ जो लंबे समय से ठीक न हो रही हो।
महावारी के बाद भी ब्लीडिंग, लंबे समय से खांसी, खाने-पीने एवं निगलने में परेशानी, लैटरीन के रास्ते खून आना इत्यादि। डा. अंकिता ने कहा कि कैंसर का इलाज एक गंभीर मेडिकल मुद्दा है और इसका इलाज विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा किया जाना चाहिए।
रिप्रेजेंटेटिव मैनेजमेंट कमेटी दीपक ल_ ने कहा कि फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में ऑनकॉलजी विभाग शुरू होने से मरीजों को उपचार में सुविधा होगी और जो मरीज जिला से बाहर उपचार हेतु जा रहे थे।
अब घर द्वार पर उनको बीमारी संबंधी जैसे कीमो थैरेपी एवं अन्य उचित सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। फोर्टिस अस्पताल की नींव विकास पुरुष जीएस बाली ने इस विचार को ध्यान में रखते हुए रखी।
कैंसर सेवाओं के बारे में अधिक जानकारी देते हुए कर्नल एसएस परमार ने कहा कि फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा जल्द ही अस्पताल में कैंसर मरीजों को हिमकेयर के तहत भी सेवाएं देने का प्रावधान करेगा।
दूसरी तरफ फोर्टिस अस्पताल के डायरेक्टर अमन सोलोमन ने कहा कि अस्पताल में हर वर्ग के लिए उपचार सुविधा उपलब्ध करवाना हमारा उद्देश्य है।
एचआर हैड राजीव ठाकुर ने अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि फोर्टिस कांगड़ा एक मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल है और यहां हर तरह का इलाज एक ही छत के नीचे उपलब्ध है।