नरेश कुमार वर्ष 1992 में सीआईएसएफ में बतौर सिपाही के तौर पर भर्ती हुए और अपना प्रशिक्षण उड़ीसा राज्य के ट्रेनिंग सेंटर पारादीप में पूर्ण किया। उन्होंने भारत के विभिन्न राज्यों जैसे बिहार, उत्तर प्रदेश, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सेवाएं दी हैं।
चम्बा – भूषण गुरुंग
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले की ग्राम पंचायत जटकरी के गांव अपर जटकरी निवासी नरेश कुमार पुत्र नारद केंद्रीय पैरामिलिट्री पुलिस फोर्स में ऑफिसर बने हैं। नरेश कुमार वर्ष 1992 में सीआईएसएफ में बतौर सिपाही के तौर पर भर्ती हुए और अपना प्रशिक्षण उड़ीसा राज्य के ट्रेनिंग सेंटर पारादीप में पूर्ण किया।’
उन्होंने भारत के विभिन्न राज्यों जैसे बिहार, उत्तर प्रदेश, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सेवाएं दी हैं। उन्होंने 2005 में एयरपोर्ट सेक्टर जैसे कुल्लू, नई दिल्ली, हैदराबाद और चेन्नई में भी सेवाएं दीं।
एयरपोर्ट में रहते हुए इन्हें वर्ष 2015-16 में हैदराबाद में पदोन्नति के आधार पर बतौर हवलदार बनाया गया। 2018 में उन्हें हिमाचल, जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिले के उड़ी प्रथम में तैनाती मिली। 28 मार्च 2003 को उन्हें पदोन्नति के साथ ही राजस्थान के रावतभाटा भेजा गया।
केंद्रीय पैरामिलिट्री पुलिस फोर्स के आरएबी रावतभाटा की ओर से यूनिट कमांडर के पद पर पदोन्नत किया गया। नरेश कुमार ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने पिता-माता को दिया है। कहा कि उनके अथक प्रयास से ही आज वे इस मुकाम पर पहुंचे हैं।
उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा राजकीय प्राथमिक पाठशाला जटकरी से की है, जबकि अपने मामा अमर सिंह निवासी कुंडा के घर रहते हुए राजकीय माध्यमिक पाठशाला कोलका से माध्यमिक की शिक्षा प्राप्त की। वर्ष 1985-86 में उन्होंने अपने जीजा चैनलाल और बहन दुर्गो के घर चलाथरा से ही हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की।
आज उन्हें अधिकारी के पद पर तैनाती मिलने से उनकी पत्नी इंदिरा देवी, बेटी पूजा और बेटा अजय खुश हैं। वहीं, नरेश कुमार के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।