दो हजार तीन सौ अकाउंट, जनता ने मुहैया करवाया था नि:शुल्क भवन, लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर
काँगड़ा – राजीव जस्वाल
डाकघर को बंद करने के मसले पर पुराना कांगड़ा के लोग गुस्से में हैं। चीफ पोस्टमास्टर जनरल द्वारा कांगड़ा टाउन ग्रामीण डाक घर को बंद करने के आदेश पर नगर पार्षदों ने आपत्ति जताई है।
55 साल से पुराना कांगड़ा के नगर परिषद के वार्ड एक, दो और तीन जनता की सुविधा के लिए यह डाकघर कार्यरत है और लगभग दो हजार तीन सौ के करीब यहां पर अकाउंट स्थानीय लोगों ने खुलवाए हैं।
स्थानीय जनता ने ग्रामीण डाक घर के लिए नि3शुल्क भवन भी मुहैया करवाया है। बावजूद इसके लाखों रुपए की आमदनी के बाद भी केंद्रीय डाक विभाग द्वारा शहर में खुली ग्रामीण डाक घर की शाखा को बंद करने के फरमान से जनता में रोष है।
नगर पार्षद परिषद की पूर्व अध्यक्ष सुमन वर्मा वार्ड एक से पार्षद प्रेमसागर धीमा वार्ड तीन से पार्षद पुष्पा चौधरी ने कहा अगर केंद्रीय डाक विभाग ने इस फैसले को निरस्त नहीं किया तो स्थानीय जनता को साथ लेकर मुख्य डाकघर के प्रांगण में अनिश्चितकालीन धरना व अनशन शुरू किया जाएगा।
वर्मा ने कहा कांगड़ा मुख्य डाकघर के अंतर्गत कार्यरत 15 ग्रामीण डाक घरों में सबसे ज्यादा कारोबार ग्रामीण डाक घर पुराना कांगड़ा में है। बावजूद इसके केंद्रीय डाक विभाग इस डाकघर को बंद कर स्थानीय जनता के साथ अन्याय कर रहा है।
उन्होंने पुराना कांगड़ा डाकघर की बहाली के लिए नया कांगड़ा मुख्य डाकघर में स्थानीय लोगों द्वारा खुलवाए अपने सेविंगए आरडी अकाउंट को पुराना कांगड़ा शिफ्ट करवाने की अपील भी की।
नगर पार्षद प्रेमसागर धीमान ने हैरानी जताई कि ग्रामीण क्षेत्रों में डाकघर के लिए टारगेट 15 फ़ीसदी है जबकि शहरी क्षेत्र में खुले ग्रामीण डाक घर के लिए विभाग ने 30 फ़ीसदी का टारगेट निर्धारित किया है। पुराना कांगड़ा डाकघर में 28 फ़ीसदी का टारगेट पूरा कर चुके हैं। लगभग पंद्रह सौ बुजुर्ग यहां वृद्धावस्था पेंशन लेते हैं।
पार्षद पुष्पा चौधरी ने कहा कांगड़ा और पुराना कांगड़ा के बीच चार किलोमीटर की दूरी है और भौगोलिक दृष्टि के अंतर्गत सारा व्यापार नया कांगड़ा में है 1905 के भूकंप में आई त्रासदी के चलते यह शहर उजड़ गया और नया कांगड़ा बना।
लेकिन अब पुराना कांगड़ा जहां की आबादी लगभग पांच हजार के करीब है। स्थानीय डाकघर को बंद करने के फरमान को सहन नहीं किया जाएगा।
नगर पार्षदों ने कहा शीघ्र ही स्थानीय जनता को साथ लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर डाक मंत्री अश्वनी वैष्णवए और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, स्थानीय विधायक पवन काजल को ज्ञापन देकर डाकघर की बहाली की मांग की जाएगी।