धर्मशाला – राजीव जस्वाल
तिब्बतियों के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाईलामा के मकलोडग़ंज स्थित निवास स्थान पर रेमन मैग्सेसे अवार्ड फाउंडेशन के सदस्य ने मुलाकात की। 14वें धर्मगुरु दलाईलामा ने मक्लोडगंज स्थित अपने आवास पर रेमन मैग्सेसे अवार्ड फाउंडेशन के सदस्यों से 64 वर्षों के बाद व्यक्तिगत रूप से एशिया का प्रीमियर पुरस्कार और सर्वोच्च सम्मान रेमन मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त किया।
आज से करीब 64 वर्ष पहले धर्मगुरू दलाईलामा के बड़े भाई ग्यालो थोंडुप ने अगस्त, 1959 में फिलीपींस में धर्मगुरू दलाईलामा की ओर से रेमन मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त किया था।
तिब्बती समुदाय के वीरतापूर्ण संघर्ष में धर्मगुरू दलाईलामा के नेतृत्व की मान्यता में सामुदायिक नेतृत्व श्रेणी के लिए दिया गया यह धर्मगुरू दलाईलामा का पहला अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार था।
वर्ष के उस समय धर्मगुरु दलाईलामा 24 वर्ष के थे, इस प्रकार वे इसकी स्थापना के बाद से सबसे कम उम्र के विजेता बन गए।