ज्वाली – व्युरो
स्वास्थ्य खंड ज्वाली के अधीन सिविल अस्पताल जवाली में टीबी उन्मूलन के लिए जनभागीदारी का अभियान कार्यक्रम के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ।
जिसकी अध्यक्षता बीएमओ डॉ प्रिया ने की जबकि उपमंडलाधिकारी ज्वली महेंद्र प्रताप सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ आरके सूद ने बताया कि टीबी का इलाज आरंभ होते ही टीबी के संक्रमण की संभावना कम हो जाती है।
उन्होंने कहा कि टीबी मरीज का सामान व कमरा इत्यादि अलग करने की जरूरत नहीं है। मरीज से अपनापन करें, उसके साथ कोई भेदभाव न करें।
उपमंडलाधिकारी ज्वाली महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि टीबी की बीमारी लोगों में सामान्यतः पाई जाने वाली बीमारियों में से है जिसको नजरअंदाज करने व इलाज में लापरवाही बरतने पर यह जानलेवा हो सकती है।
इसका कीटाणु टीबी वाले व्यक्ति के खांसने या थूकने से निकलता है तथा हवा के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश करता है।
उन्होंने कहा कि टीबी का इलाज संभव है लेकिन हमें जागरूक होने की जरूरत है।