सुंदर नगर – अजय सूर्या
महाराजा लक्ष्मण सेन स्मारक महाविद्यालय में 47वां संस्थापक दिवस धूमधाम से मनाया गया जिसमें प्राचार्य डॉ सी पी कौशल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की जिनका अभिनंदन आयोजन समिति, डॉ रेनू कालिया, डॉ विनोद, डॉ सुधीर, व समस्त शिक्षक और गैर शिक्षक वर्ग ने किया।
इस अवसर पर सबसे पहले राजा ललित सेन जी के चित्र पर माल्यार्पण कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके पश्चात् मुख्य अतिथि डा.सी पी कौशल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। जिनका अभिनंदन आयोजन समिति के सदस्य डॉ रेनू कालिया व समस्त शिक्षक व गैर शिक्षक वर्ग ने किया।
इस अवसर पर सबसे पहले राजा ललित सेन जी के चित्र पर मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों ने माल्यार्पण कर अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए, इसके बाद मुख्यातिथि को स्मृति चिन्ह, टोपी और शॉल देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन की ज़िम्मेदारी डॉ धर्मेंद्र राणा ने निभाई।
सबसे पहले रेनू कालीया ने मुख्य अतिथि व सभी उपस्थित गणमान्य महानुभावों का अभिनंदन किया और राजा ललित सेन जी को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए,इस अवसर पर संगीत विभाग की प्राध्यापिका विनती चाबा और भगत राम जी के निर्देशन में तैयार सांस्कृतिक कार्यक्रमों का गुलदस्ता प्रस्तुत किया गया।
जिसमें सबसे पहले मनीष के द्वारा वसंत उत्सव और होली के त्यौहार को समर्पित कथक नृत्य प्रस्तुत कर सभागार में उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध किया, इसके बाद करन और साथियों ने भीगा भीगा है समां गीत की मोहक प्रस्तुति दी, स्नेहा ने दिल में तुझे बिठा के गाना प्रस्तुत किया।
दीक्षित ने अपने बांसुरी वादन से श्रोताओं को आनंदित किया जबकि शाहीन ग्रुप ने सुंदर नृत्य प्रस्तुत कर समां बांधा, सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंत में हिमाचली लोकनृत्य नाटी की प्रस्तुति ने ख़ूब वाहवाही लूटी, अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि डॉ सी पी कौशल ने राजा ललित सेन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा न केवल प्रदेश में अपितु देश में शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल के क्षेत्र में उनके द्वारा उल्लेखनीय कार्यों को याद किया।
और उनके द्वारा 1976में स्थापित इस महाविद्यालय को और बुलंदियों तक ले जाने के लिए महाविद्यालय में कार्यरत कर्मियों से कर्तव्य निष्ठा से काम करने का आह्वान किया। कार्यक्रम के समापन पर डॉ विनोद शर्मा ने सभी का धन्यवाद किया।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर संस्थान के समस्त शिक्षक और गैर शिक्षक वर्ग के अलावा संस्थान से सेवनिवृत प्राचार्य विवेक वैद्य, विपन कपूर, एम एल महाजन भी उपस्थित रहे।