धर्मशाला, राजीव जसबाल
केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के स्थाई परिसर निर्माण कार्य को केंद्रीय शिक्षा मंत्री द्वारा 3 माह में शुरू करवाने के आश्वासन के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपने आंदोलन को स्थगित कर दिया है।
केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थाई परिसर निर्माण, स्थाई कुलपति की नियुक्ति व मूलभूत सुविधाओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का आंदोलन लगातार 44 दिन तक चला। प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा ने प्रैस वार्ता के दौरान बताया की केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्र पिछले लंबे समय से भूखे प्यासे रहकर अपने हकों के लिए आंदोलन कर रहे थे।
इस आंदोलन के दौरान विद्यार्थी परिषद की कई मांगे पूरी होती हुई भी नजर आई हैं जिसमें केंद्रीय विश्वविद्यालय में कैंटीन का निर्माण होना, छात्रों को स्वच्छ पीने के पानी के लिए वाटर कूलर की व्यवस्था, सैनिटरी वेंडिंग मशीन की व्यवस्था तथा कैमरा व कंप्यूटर के लिए आर्डर प्रक्रिया को शुरू किया जाना आदि शामिल है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद तमाम छात्र समुदाय का, समाज के सभी लोगों का आभार प्रकट करती है जिन्होंने छात्र हितों में चलाए गए इस आंदोलन को अपना नैतिक समर्थन दिया।
केंद्रीय विश्वविद्यालय का यह दुर्भाग्य रहा कि 12 वर्ष बीत जाने के बाद भी प्रशासन अभी तक छात्रों के लिए पीने के पानी की उचित व्यवस्था, कैंटीन व्यवस्था जैसी छोटी-छोटी सुविधाएं भी मुहैया नहीं करवा पाया था और इन मूलभूत सुविधाओं के लिए भी प्रशासन को उनकी जिम्मेदारी का एहसास दिलाने के लिए छात्रों को आंदोलन करना पड़ा।
इसी कड़ी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल 8 अप्रैल को दिल्ली जाकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मुलाकात करता है तथा केंद्रीय विश्वविद्यालय की समस्याओं से उन्हें अवगत करवाता है। जिसमें की प्रतिनिधिमंडल द्वारा माननीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के स्थाई परिसर का निर्माण कार्य शुरू करने, स्थाई कुलपति की नियुक्ति करने, अयोग्य कुलसचिव को बर्खास्त करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया।
माननीय शिक्षा मंत्री ने छात्र हितों में विद्यार्थी परिषद की इन सभी मांगों को जायज मानते हुए तीन माह के भीतर केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थाई परिसर का निर्माण कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया है। अभाविप का स्पष्ट मत है कि सरकार व प्रशासन का यह कर्तव्य बनता है की वह छात्रों को सस्ती, गुणवत्तापूर्ण व सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाए।
विद्यार्थी परिषद का यह आंदोलन अभी समाप्त नहीं हुआ है। अभाविप की छात्र हितों को लेकर यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय को अपना स्थाई परिसर तथा सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल जाती। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों की शिक्षा के क्षेत्र में न्यायोचित मांगों को लेकर एक संघर्ष खड़ा करके प्रशासन एवं नीति निर्धारकों तक पहुंचाने का कार्य किया है।
विद्यार्थी परिषद शिक्षा क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं को समाधान की ओर ले जाने के एक सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ कार्य करती है। इसी संदर्भ में केंद्रीय शिक्षा मंत्री माननीय डॉ रमेश पोखरियाल निशंक जी के आश्वासन पर विद्यार्थी परिषद अपने आंदोलन को स्थगित करती है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इसके सकारात्मक समाधान की अपेक्षा केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से करती है।
जारीकर्ता:
विशाल वर्मा
प्रदेश मंत्री
अभाविप हिमाचल प्रदेश।
8219801488