2 मिनट का रास्ता तय करने में 108 एम्बुलैंस ने लगा दिए 20 मिनट, महिला ने सड़क पर दिया बच्ची काे जन्म

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हिमखबर डेस्क

108 एम्बुलैंस को जीवनदायिनी माना गया है, लेकिन जिला मुख्यालय नाहन में समय पर एम्बुलैंस न पहुंचने के कारण एक गर्भवती महिला की सड़क पर ही डिलीवरी हो गई। आरोप है कि डाॅ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल नाहन से 108 एम्बुलैंस ने गुन्नूघाट पुलिस चौकी तक करीब 2-3 मिनट का सफर तय करने में 15 से 20 मिनट का वक्त लगा दिया।

हालांकि एम्बुलैंस की देरी के चलते महिला का पति स्ट्रेचर लेने के लिए पैदल ही मेडिकल काॅलेज भी पहुंच गया, लेकिन तब तक भी एम्बुलैंस नहीं पहुंची थी। इसके बाद जब वह स्ट्रेचर लेकर वापस लौट रहा था और तब कहीं जाकर एम्बुलैंस मौके पर पहुंची और महिला को अस्पताल पहुंचाया गया। इस पूरे घटनाक्रम में गनीमत यह रही कि कोई अनहोनी नहीं घटी और जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। जिला शिमला के कुपवी की रहने वाली महिला ने एक बेटी को जन्म दिया है।

रिश्तेदार के घर ठहरे थे पति-पत्नी

21 वर्षीय महिला के पति ने बताया कि वे कुपवी क्षेत्र के रहने वाले हैं। पत्नी के गर्भवती होने के चलते वह नाहन में अपने रिश्तेदार के यहां रह रहे थे। सोमवार रात को उनकी पत्नी को हल्का दर्द शुरू हुआ, तो वह अस्पताल के लिए निकल पड़े। गुन्नूघाट बाजार में उनकी पत्नी की तबीयत ज्यादा खराब हो गई।

रात करीब 11 बजे पत्नी की आवाज सुनकर आसपास के लोग भी एकत्रित हो गए। इनमें से एक व्यक्ति ने 108 एम्बुलैंस पर कॉल किया। उनकी पत्नी की बाजार में सड़क पर ही डिलीवरी हो गई। एम्बुलैंस के समय पर न पहुंचने और पत्नी की तबीयत ज्यादा खराब होने के चलते वह तुरंत अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी देकर वहां से स्ट्रेचर लेकर आए।

एम्बुलैंस करीब 15 से 20 मिनट देरी से पहुंची। 2-3 लोगों की मदद से मौके से स्ट्रेचर के माध्यम से पत्नी को गुन्नूघाट पुलिस चौकी के सामने मुख्य सड़क तक पहुंचाया गया। इस बीच एम्बुलैंस भी पहुंच गई और तब कहीं जाकर उनकी पत्नी को अस्पताल पहुंचाया गया।

उन्होंने भगवान का शुक्र अदा करते हुए कहा कि कोई अनहोनी नहीं हुई और उनकी पत्नी और बच्ची दोनों ठीक हैं, लेकिन उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इस पर संबंधित विभाग को संज्ञान लेना चाहिए, ताकि दोबारा किसी के साथ ऐसा न हो।

लोगों ने जताई नाराजगी 

मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि एम्बुलैंस के पहुंचने से पहले ही महिला की डिलीवरी हो चुकी थी। मौके पर काफी ब्लीडिंग भी हुई। काफी देर तक जब एम्बुलैंस नहीं पहुंची तो मीडिया कर्मियों को भी फोन किया गया। हालांकि एक मीडिया कर्मी ने 108 एम्बुलैंस पर 2-3 मर्तबा कॉल कर जल्द एम्बुलैंस भेजने के लिए भी कहा।

लोगों का आरोप है कि दिन के समय जाम के कारण तो देरी का कारण समझ आ सकता है, लेकिन रात के वक्त भी 2-3 मिनट का सफर तय करने में एम्बुलैंस को 15 से 20 मिनट का समय लग गया। लोगों की मांग है कि 108 एम्बुलैंस सेवा के मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करनी चाहिए।

मामला गंभीर, उचित कार्रवाई हाेगी

जिला समन्वयक 108 एम्बुलैंस सेवा मनोज कोठारी ने संपर्क करने पर बताया कि यदि ऐसा हुआ है, तो मामला गंभीर है। वह मामले की पूरी जानकारी लेंगे। यदि किसी स्तर पर लापरवाही हुई है, तो उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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