शिमला – नितिश पठानियां
राजधानी से सटे रियासतकालीन शहर जुन्गा घाटी 16 अक्तूबर से मानव परिदों से सराबोर होगी। इस सूने शहर में दूसरी बार 16 से 19 अक्तूबर तक पर्यटन विभाग और द ग्लाईड इनके संयुक्त तत्वाधान में फ्लाइंग फेस्टिवल एंव हॉस्पिटैलिटी एक्सपो 2024 का आयोजन किया जा रहा है। इस उत्सव का उदेशय टूरिज्म, ट्रेड और ट्रेडिशन को बढ़ावा देना है।
द ग्लाईड इन प्रबंधक निदेशक अरुण रावत के बोल
द ग्लाईड इन के प्रबंधक निदेशक अरुण रावत ने बताया कि फ्लाइंग फेस्टिवल के लिए सभी तैयारियां कर ली गई है। फ्लाइंग फेस्टिवल भाग लेने के लिए पंजीकरण का क्रम जारी है। इस उत्सव में 60 अधिक पायलटों के आने की उम्मीद है। अब तक विभिन्न राज्यों और अधिक 20 पायलटों ने अपना पंजीकरण करवा दिया है। पायलटों द्वारा जुन्गा में पैराग्लाइडिंग का अभ्यास करना भी आरंभ कर दिया है।
उन्होंने बताया कि 16 अक्तूबर को पौने 11 बजे फ्लाइंग फेस्टिवल का शुभारंभ हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला करेंगे। इसी प्रकार 18 अक्तूबर को द ग्रेट खली उर्फ दलीप सिंह राणा प्रातः 11 बजे और जबकि दोपहर बाद 2 बजे ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह इस फ्लाइंग फेस्टिवल में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। इस उत्सव के अंतिम दिन 19 अक्टूबर को पुरस्कार वितरण समारोह में हि.प्र सरकार के मिडिया सलाहकार नरेश चौहान और भोरंज के विधायक सुरेश कुमार बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेगें।
तहसीलदार जुन्गा नरायण सिंह वर्मा के बोल
तहसीलदार जुन्गा नरायण सिंह वर्मा ने बताया कि फेस्टिवल के दौरान प्रथम मर्तबा हॉस्पीटेलिटी एक्सपो-2024 का आयोजन भी किया जा रहा है जिसमें लगभग 60 प्रदर्शक अपने स्टॉल स्थापित करेंगे। इसके अतिरिक्त, पर्यटन एवं हॉस्पीटेलिटी से जुड़े विभिन्न विषयों पर सेमीनार एवं सामूहिक चर्चा का आयोजन भी होगा।
फेस्टिवल के दौरान बैटल ऑफ द बैंड्स का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें क्षेत्र भर से प्रतिभावान बैंडस् एक रोमांचक मुकाबले में भाग लेने के लिए एकत्रित होंगे। फेस्टिवल के दौरान प्रत्येक दिन लोगों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय एवं जिला की संस्कृति प्रदर्शित की जाएगी।
स्थानीय निवासियों के बोल
स्थानीय निवासी पंकज सेन, दीपक कुमार सहित अनेक लोगों ने बताया कि जुन्गा एक रियासत कालीन राजधानी रही है परंतु आजतक किसी भी सरकार ने इस ऐतिहासिक स्थल को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए कोई प्रयास नहीं किए है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जुन्गा भी पर्यटन के मानचित्र पर अपनी एक अलग पहचान बनेगी।