मंडी – डॉली चौहान
मंडी जिले के सदर हलके में 14 साल की नाबालिग एक बच्चे की मां बन गई है। उसने करीब डेढ़ माह पहले बच्चे को जन्म दिया था। उसने अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी है।
शिकायत मिलने पर चाइल्ड लाइन ने नाबालिग व उसके बच्चे को अपने संरक्षण में लेकर बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया। सीडब्ल्यूसी ने बयान दर्ज करने के बाद नाबालिग व उसके बच्चे को स्वजन को सौंप दिया है। पूरे मामले को लेकर सदर के बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) से रिपोर्ट मांगी है।
आरोपित के विरुद्ध पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज हो सकता है। आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पर गाज गिरना तय है। दोनों ने नाबालिग के गर्भवती होने की बात उच्च अधिकारियों से छिपाई है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने कार्ड बनाते समय नाबालिग के आधारकार्ड की जांच करना उचित नहीं समझा। आशा कार्यकर्ता ने भी जच्चा बच्चा कार्ड बना दिया। आरंभिक जांच में मामला बाल विवाह से जुड़ा बताया जा रहा है। लड़का व लड़की दोनों नाबालिग हैं। ऐसे में स्वजन के विरुद्ध बाल विवाह का मामला दर्ज होगा।
आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई होगी
बाल कल्याण समिति मंडी (अतिरिक्त प्रभार) अध्यक्ष रेखा शर्मा का कहना है सदर हलके की एक नाबालिग ने बच्चे को डेढ़ माह पहले जन्म दिया था। मामला बाल विवाह से जुड़ा है। सीडीपीओ से मामले को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है। आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।