हिमखबर डेस्क
एंबुलेंस में एक साथ एक बेटा और एक बेटी का जन्म हुआ। इस पर मां और जुड़वां बच्चों को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। बालीचौकी से नेरचौक के लिए गर्भवती महिला को प्रसव के लिए लाया जा रहा था, बहना नामक स्थान के पास ही महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। इस पर एंबुलेंस में ही महिला का प्रसव करवाया गया।
इस पर ईएमटी ने बिना देरी किए पायलट की मदद से डाक्टरों से सलाह लेकर महिला का प्रसव कराया। इसमें महिला ने एक बेटा और बेटी को जन्म दिया। सरकार द्वारा संचालित एंबुलेंस सेवा गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है।
एंबुलेंस प्रभारी आशीष शर्मा के बोल
108 आपातकालीन एंबुलेंस के प्रभारी आशीष शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि बालीचौकी के कंडा गांव की एक गर्भवती महिला को गुरुवार दोपहर 12:18 बजे बाली चौकी अस्पताल प्रसव के लिए लाया। यहां से गर्भवती महिला को मेडिकल कालेज नेरचौक को रेफर किया गया।
नेरचौक मेडिकल कालेज ले जाते समय गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा ज्यादा हुई। रास्ते में बहना नाम स्थान के पास एंबुलेंस में तैनात ईएमटी दीने राम और पायलट नीका राम ने एंबुलेंस में ही सफल प्रसव करवाया।
महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा मेडिकल कालेज में स्वस्थ्य हैं। परिजनों ने 108 आपातकालीन एंबुलेंस सेवा की सराहना की और तैनात स्टाफ का धन्यवाद किया है।