हिमखबर डेस्क
छोटी काशी मंडी में एक ऐसा शिव मंदिर मौजूद है, जिसके बारे में मान्यता है कि यहां महामृत्युंजय अवतार में भगवान शिव दर्शन देते। भक्त दिन में 5 बार शिव के मुख मुद्राएं बदलने का दावा करते हैं। इस मंदिर में शनिवार को विशेष पूजा की जाती है।
भगवान शिव को भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हिंदू पूजते हैं। यही कारण है कि भगवान शिव के प्राचीन मंदिर विशेष अवसरों और सावन में भक्तों के बीच आस्था का केंद्र बन जाते हैं। देश के उत्तर में स्थित पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश भी प्राचीन, अत्यधिक लोकप्रिय और सबसे पूजनीय भगवान शिव के मंदिरों का घर है।
इन्हीं में से एक है मंडी शहर में स्थित बाबा महामृत्युंजय का शिव मंदिर। छोटी काशी मंडी में एक ऐसा शिव मंदिर है, जहां महामृत्युंजय अवतार में शिव मौजूद हैं। दिन में 5 बार मुख मुद्राएं बदलते हैं। ये महामृत्युंजय मंदिर मंडी शहर के बीचों बीच स्थित है। ये एक भव्य शिव मंदिर और आस्था का प्रतीक है।
बाबा महामृत्युंजय अकाल मृत्यु दुर्घटना रोग पीड़ा आदि आदि से रक्षा करते हैं। मंदिर में दो गणपति विराजमान हैं। एक उत्तर की ओर और एक मुख्य द्वार पर कमलासन पर बैठे हुए हैं। द्वार पर हाथी, दो ऋषियों की जप करती हुई प्रतिमा है।
मंदिर में तीन प्रकोष्ठ बने हुए हैं। इनमें हनुमान काल भैरव और खप्पर लिए गणपति की सुंदर प्रतिमा स्थापित है। वर्तमान में मंदिर के बाहर नंदी बैल की प्रतिमा स्थापित है, लेकिन पूर्व में मंदिर के बाहर नंदी की कोई प्रतिमा नहीं थी।
मंदिर पुजारी तपनिश शर्मा के बोल
मंदिर के पुजारी तपनिश शर्मा ने बताया कि ये मंदिर 16वीं शताब्दी में बना। कई मान्यताएं इस मंदिर के साथ जुड़ी हुई हैं। यहां पत्थर की मूर्ति दिन में 5 बार अपनी मुख मुद्रा बदल लेती है। पुजारी के मुताबिक, ये प्रमाण है कि शिव शंकर का स्वयं इस मंदिर में वास है।
पुजारी तपनिश शर्मा कहते हैं कि हैरानी की बात ये है कि ये सबको दिखाई नहीं देता, बल्कि इसके दर्शन उसी व्यक्ति को होते हैं, जो महादेव का कठोर और परम भक्त है। इस मंदिर में शनिवार को विशेष पूजा की जाती है। जिसका कारण है इसका महामृत्युंजय मंदिर होना। यहां आकर भक्तों की परेशानी और दु:ख खत्म हो जाते हैं।
श्रद्धालुओं का कहना
वहीं मंदिर में बाबा महामृत्युंजय के दर्शन करने आए श्रद्धालुओं का कहना है कि बाबा महामृत्युंजय की मूर्ति इतनी मनोहारी है कि यह अनायास ही अपनी और सभी को आकर्षित करती है, श्रद्धालुओं का कहना है कि बाबा महामृत्युंजय सभी के दुखों को हरने वाले हैं और उन्होंने जो भी आज तक बाबा महामृत्युंजय से मांगा है उनकी हर मनोकामना पूर्ण हुई है।