सिरमौर – नरेश कुमार राधे
हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों की लाइफ लाइन सनोरा नेरीपुल छेला सड़क पर हाल ही में की गई टारिंग 3 महीनों में उखड़ने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जांच के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के पझोता में जनसभा को संबोधित करते हुए सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप की मांग पर सनोरा नेरीपुल छैला सड़क, जिसका नवीनीकरण 86 करोड़ रुपये से हो रहा है।
उस पर ठेकेदार द्वारा की गई घटिया टारिंग तीन माह में ही उखड़ गई। उसकी जांच के आदेश दिए हैं। यह सड़क सिरमौर, सोलन व शिमला जिला को आपस में जोड़ती है।
इन दिनों इस सड़क से शिमला जिला तथा ऊपरी सिरमौर जिले से भारी मात्रा में सेब प्रदेश की मंडियों में पहुंच रहा है। प्रदेश की बहुत व्यस्त सड़कों में से यह है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में डीपीआर बनाकर बजट स्वीकृत किया था।
बजट को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधायक रीना कश्यप के आग्रह पर जारी किया था। अप्रैल में जून माह में इस सड़क पर करीब 11 करोड़ रुपये से मेटलिंग का काम हुआ था। जो 3 माह में ही पूरी तरह से उखड़ गई।
भाजपा के नेताओं को भी तीन जिलों की जनता के रोष का सामना करना पड़ रहा था। भाजपा कार्यकर्ता अपने विधायक तथा सांसद के समक्ष बार-बार इस मुद्दे को उठा रहे थे। इसके बाद शुक्रवार को पझोता में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री से घटिया मेटलिंग निर्माण मामले में जांच के आदेश दिए।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ठेकेदार द्वारा की गई घटिया टारिंग तथा उसके 3 माह में उखड़ने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिए। इस 85 किलोमीटर लंबी सड़क का 42 किलोमीटर हिस्सा राजगढ़ डिवीजन के अधीन आता है। शेष 43 किलोमीटर हिस्सा ठियोग, सोलन और कसौली डिविजन के अधीन आता है।
विभाग द्वारा इस कार्य को जुलाई 2020 को अवार्ड किया गया है। वर्ष 2025 तक इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यही नहीं विभाग द्वारा शरगांव गज्यों से पनेली तक के करीब डेढ़ किलोमीटर हिस्से को पक्का करना छोड़ दिया है। इस हिस्से में इतने गहरे गड्ढे हैं कि छोटी गाड़ियों के चैंबर टूट जाते हैं।