बिलासपुर – सुभाष चंदेल
हिमाचल प्रदेश में एक बैंककर्मी की आत्महत्या के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। घुमारवीं में बल्लू के समीप गुरुवार देर शाम उस समय सनसनी फैल गई थी, जब सड़क किनारे खड़ी एक कार के भीतर एसबीआई बैंक शाखा मोरसिंघी में कार्यरत 42 वर्षीय बैंक कर्मचारी विपिन कुमार को अचेत अवस्था में देखा।
विपिन के मुंह पर पॉलीथिन का लिफाफा और टेप लिपटे थे। मुंह में हीलियम गैस के सिलेंडर से जुड़ा पाइप लगा था। रेगुलेटर खुला था। कार अंदर से लॉक थी।
स्थानीय लोगों ने किसी तरह कार का लॉक खोला और उसे बाहर निकालकर सिविल अस्पताल घुमारवीं पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। शुरुआती जांच में पुलिस भी असमंजस में पड़ गई, प्रथम दृष्टया में इसे आत्महत्या करार देना संभव नहीं हो पा रहा था।
इसी दौरान कार में पुलिस को एक हीलियम गैस का सिलेंडर बरामद हुआ। इसके बाद जांच की सुई ने नई दिशा ली। पुलिस की टीम को प्रतीत हुआ कि सिलेंडर में हीलियम की गैस की मदद से ही का बैंक कर्मी ने खुद को बेहद दर्दनाक मौत दी है।
ऐसा भी माना जा रहा है कि देवभूमि में इस तरीके से आत्महत्या का ये पहला मामला होगा। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उन्होंने कार को अंदर से लॉक कर हीलियम गैस का प्रवाह शुरू किया, जिससे दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
जांच में यह सिलेंडर राजस्थान स्थित एक कंपनी में निर्मित पाया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह सिलेंडर विपिन कुमार तक कैसे पहुंचा।
क्या इसे ऑनलाइन ऑर्डर किया गया था या किसी परिचित से लिया गया था, या बाजार से खरीदा गया था। सिलेंडर की सप्लाई चेन और खरीदने वाले की पहचान मोबाइल फोन की जांच से ही सामने आ सकेगी।
बताया यह भी जा रहा है कि नौसेना के पूर्व सैनिक व स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के कर्मी विपिन ठाकुर पिछले कुछ दिनों से सुसाइड के वीडियो सर्च कर रहा था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए शव का पोस्टमार्टम एम्स बिलासपुर में फोरेंसिक विशेषज्ञ द्वारा करवाने का निर्णय लिया गया था। पुलिस के हाथ अभी तक मृतक का मोबाइल फोन नहीं लगा है।
माना जा रहा है कि फोन मिलने पर ही कई अहम सवालों के जवाब मिलेंगे। इसमें सिलेंडर का स्रोत, घटना से पहले की गतिविधियां, और आखिरी कॉल या मैसेज किसे किया गया था। पुलिस इसके लिए लगातार तलाशी अभियान चला रही है।
फोरेंसिक विशेषज्ञों को भी जांच में शामिल किया गया है ताकि सिलेंडर, कार और अन्य बरामद सामग्रियों की वैज्ञानिक जांच की जा सके। फिलहाल परिजनों ने किसी पर शक जाहिर नहीं किया है।
डीएसपी घुमारवीं चंद्रपाल सिंह के बोल
डीएसपी घुमारवीं चंद्रपाल सिंह ने बताया कि मौत के कारणों की गहनता से जांच की जा रही है। मोबाइल फोन की बरामदगी और सिलेंडर की सप्लाई चेन का पता लगाने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस हर पहलू की बारीकी से पड़ताल कर रही है। सुसाइड नोट की लिखाई की जांच की जा रही है।
क्या होती है हीलियम गैस…
हीलियम गैस एक रंगहीन, गंधहीन और स्वादहीन गैस है, जो हवा से हल्की होती है। इसका उपयोग आमतौर पर गुब्बारे, एयरशिप और वैज्ञानिक उपकरणों में किया जाता है।
यह अत्यधिक गैर-प्रतिक्रियाशील होती है और ज्वलनशील नहीं होती, लेकिन बंद जगह में अधिक मात्रा में इसके संपर्क में आने से ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, जिससे दम घुटने का खतरा रहता है।
हीलियम का अत्यधिक शुद्ध रूप सांस में लेने पर आवाज पतली हो जाती है, हालांकि यह मज़ाक के लिए किया जाता है, परंतु यह स्वास्थ्य के लिए जोखिमपूर्ण हो सकता है।