हिमखबर डेस्क
अतिंम गेंद पर चार रन की दरकार थी. अनिल को खुद पर पूरा विश्वाश था कि वह मैच जीता देगा. हुआ भी कुछ ऐसा ही. जैसे ही गेंदबाज ने बोल फेंकी अनिल ने छक्का जड़ दिया और उनकी टीम ने ट्रॉफी पर कब्जा जमाया.
क्रिकेट टूर्नामेंट का यह फाइनल मुकाबला चाहे स्थानीय स्तर का था, लेकिन हमारे देश में क्रिकेट के जूनन को बयान करता है. अनिल की टीम को इनाम में बकरा और 80 हजार रुपये मिले. कहानी हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले की है.
सिरमौर जिले में शिलाई में माघी क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस दौरान बेहद रोमांचक मुकाबले हुए. लेकिन ट्रॉफी पर कुंहट की टीम ने कब्जा जमाया.
ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा और अंतिम बॉल पर चार रन जीत के लिए चाहिए थे. लेकिन कुंहट टीम के क्रिकेटर अनिल ने हार नहीं मानी और अंतिम बॉल में छक्का जड़कर अपनी टीम को जीत दिला दी.
हिमाचल प्रदेश में प्रतियोगिता में पहली बार किसी क्रिकेट प्रतियोगिता में इनाम में बकरा दिया गया. पत्रकार डॉक्टर रमेश सिंगटा बताते हैं कि सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र में हाटी संस्कृति में बकरे की कई मौकों पर रिवायत रही है. बकरा सम्मान का भी प्रतीक माना जाता है. उन्होंने प्रतियोगिता के आयोजकों और विजेता टीम कुंहट को बधाई दी.
सिरमौर में सम्मान के तौर पर बकरा दिया जाता है. ऐसे में यहां पर माघी मेले में गिरिपार इलाके में हजारों की संख्या में बकरे दिए जाते हैं. यहां पर 10 जनवरी से यह माघी मेला शुरू हो गया है.