शिमला – नितिश पठानियां
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने वीरवार को शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में घोषणा की कि आगामी शैक्षणिक सत्र से प्रदेश में 100 स्कूलों को सीबीएसई पाठ्यक्रम पर संचालित किया जाएगा। उन्होंने इस संबंध में सभी तैयारियों को समय सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इन सीबीएसई पैटर्न-आधारित स्कूलों की इमारतों का रंग अलग होगा और यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों की वर्दी का रंग भी अलग रखा जाएगा। इन विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाओं के साथ-साथ मेस (Mess) की व्यवस्था भी होगी, जहां छात्रों को पौष्टिक भोजन प्रदान किया जाएगा। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अब तक 86 सीबीएसई मापदंड पूरे करने वाले स्कूलों की पहचान करने की जानकारी दी, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने शेष स्कूलों में भी जल्द से जल्द मापदंड पूरे करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने प्रदेश में गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि इसके लिए धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग में खाली पड़े अध्यापकों के पदों को भरा जा रहा है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि राज्य सरकार के प्रयासों से हिमाचल प्रदेश गुणात्मक शिक्षा के मामले में 21वें स्थान से 5वें स्थान पर पहुंच गया है।
बैठक में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल बनाने की प्रगति की भी समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इन स्कूलों के निर्माण में तेजी लाने और एक अच्छा कैंपस तैयार करने के निर्देश दिए, जिसमें खेलकूद गतिविधियों के लिए भी पर्याप्त जगह हो।
सुक्खू ने विश्वास जताया कि ये डे-बोर्डिंग स्कूल शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाने में मील का पत्थर सिद्ध होंगे। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिले में ‘स्टेट ऑफ आर्ट’ कॉलेज बनाने की पहल की भी बात कही, जहां विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए बेहतर शिक्षा और सभी प्रकार की गतिविधियां उपलब्ध होंगी। बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।