पूर्व प्रधान ने किया पंचायत में खनन घोटाले का खुलासा, मोटरसाइकिल और कारों में खनन सामग्री ढोने का आरोप, कांग्रेस नेता ने की सख्त कार्रवाई की मांग।
नालागढ़/सोलन – रजनीश ठाकुर
हिमाचल प्रदेश की पंचायतों में अक्सर घोटाले की खबरें आती रहती हैं। ताजा मामला ऐसा है कि आप भी हैरान हो जाएंगे।मामला सोलन जिले के उपमंडल नालागढ़ का है। यहां पर मलैंहणी पंचायत में मनरेगा और खनन कार्यों में बड़े पैमाने पर घोटाले का खुलासा हुआ है।
पूर्व प्रधान बग्गा राम ने आरटीआई के माध्यम से इस घोटाले का पर्दाफाश किया। जिसमें एक मोटरसाइकिल पर 300 फीट रेत और बीएमडब्ल्यू और स्विफ्ट कार में खनन सामग्री की ढुलाई का चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। बग्गा राम ने आरोप लगाया कि वर्तमान पंचायत प्रधान और सचिव की मिलीभगत से यह घोटाला पिछले चार वर्षों से चल रहा है।
पूर्व प्रधान बग्गा राम ने बताया कि आरटीआई के जवाब में खुलासा हुआ कि एक मोटरसाइकिल पर 300 फीट रेत की ढुलाई दिखाई गई, जो कि असंभव है। इसके अलावा, खनन सामग्री को बीएमडब्ल्यू और स्विफ्ट कार जैसे वाहनों में ले जाया गया, जो कि नियमों का खुला उल्लंघन है।
उन्होंने कहा कि एक ही वेंडर को बार-बार टेंडर दिए जा रहे हैं, और बिलों में खनन वाहनों के बजाय कारों और मोटरसाइकिलों के नंबर दर्ज किए गए। बग्गा राम ने बीडीओ नालागढ़ को शिकायत दर्ज कर कार्रवाई और चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई नहीं की, तो वे हाई कोर्ट का रुख करेंगे।
मनरेगा में भी अनियमितताएं
बग्गा राम ने दावा किया कि मनरेगा के तहत हुए कार्यों में भी बड़ी अनियमितताएं सामने आई हैं। उन्होंने बताया कि ज्यादातर कार्य मशीनों से किए गए, जबकि मनरेगा के नियमों के अनुसार मजदूरों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। दिल्ली से मांगी गई जानकारी में यह भी सामने आया कि कार्यों के लिए स्वीकृत राशि और एमबी (मेजरमेंट बुक) का विवरण गायब है, जिससे भ्रष्टाचार की गहरी परतें उजागर होती हैं।
प्रधान ने लगाए जवाबी आरोप
मलैंहणी पंचायत के वर्तमान प्रधान सालिग राम ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे पूर्व प्रधान बग्गा राम की राजनीतिक साजिश करार दिया। सालिग ने कहा कि सभी सामग्री ट्रैक्टरों के माध्यम से लाई गई थी, और वेंडर द्वारा प्रस्तुत बिलों में किसी कार या मोटरसाइकिल का उल्लेख नहीं है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बग्गा राम ने 2016 में, जब उनकी पत्नी प्रधान थीं, मनरेगा के तहत 14 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा किया था, जिसमें चेक उनके निजी खाते में जमा किए गए। सालिग ने इस मामले में बीडीओ नालागढ़ को शिकायत दर्ज कर बग्गा राम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
इस घोटाले ने स्थानीय स्तर पर बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। ग्रामीणों और स्थानीय नेताओं ने प्रशासन से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। बग्गा राम ने कहा कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे हाई कोर्ट में याचिका दायर करेंगे। दूसरी ओर, सालिग ने दावा किया कि यह बदनामी की साजिश है और वह भी कानूनी कार्रवाई करेंगे।
कांग्रेस नेता ने की सख्त कार्रवाई की मांग
कांग्रेस पार्टी नालागढ़ उपाध्यक्ष अनमोल राणा ने इस घोटाले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जुब्बल-कोटखाई में भी मोटरसाइकिल और कारों में खनन सामग्री ढोने की खबरें सामने आई थीं, और अब मलैंहणी पंचायत में भी ऐसा ही मामला उजागर हुआ है। राणा ने स्थानीय विधायक और प्रशासन से मांग की कि प्रधान और सचिव के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उन्हें तत्काल निलंबित किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह के फर्जीवाड़े को रोका जा सके।