कांगड़ा- राजीव जसबाल
हिमाचल के शक्तिपीठों ज्वालादेवी, व्रजेश्वरी देवी, चामुंडा, चिंतपूर्णी, नैनादेवी व अन्य धार्मिक स्थलों में सरकार की हिमाचल के बॉर्डर पर बंदिशों से धार्मिक पर्यटन पर गहरा असर पड़ रहा है। सेवानिवृत्त सेना अधिकारी मेजर जनरल सतीश कुमार ने यह बात कही।
उन्होंने कहा की बंदिशों के बाद श्रद्धालुओं की आमद में भारी कमी दर्ज की जा रहीं है। जिससे इस धार्मिक क्षेत्र में व्यापार वर्ग , टैक्सी होटल,मन्दिरों पर आश्रितों को काफी नुकसान पहुंच रहा है।मंदिर पर निर्भर दुकानदारों को रोजी रोटी की चिंता सताने लग पड़ी है मां के दरबार में भक्तों के न आने से प्रशाद के बाज़ार में पूरी तरह सन्नाटा छाया हुआ है मन्दिर में भी इतनी ज्यादा भीड़ नहीं दिख रही है।
ऐसे में प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस विषय पर धार्मिक पर्यटन और प्रदेश सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी और धार्मिक पर्यटन स्थलों पर आश्रित रहने वाले परिवारों की ओर देखते हुए बंदिशों पर राहत दी जाए जिससे कि धार्मिक पर्यटन पर कोई भी असर ना पड़े।
सेवानिवृत्त मेजर जनरल सतीश कुमार ने हैरानी जताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री को जन भावनाओं को समझते हुए करोना कि एक व्यक्ति ने लगाए हुए पर्यटकों को आने की अनुमति दे देनी चाहिए क्योंकि दूसरी डोज़ का समय अभी तक पूरा नहीं हुआ है।
ऐसे में बंदिशों में राहत देकर ऐसे वर्ग को राहत पहुंचाई जा सकती है जिस वर्ग ने करोना के चलते अपने कारोबार और अन्य रूप से कष्ट सहा है। यह वर्ग पूरी तरह से असहाय हो चुका है। ऐसे में प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जल्द से जल्द जनहित में निर्णय लेकर धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने के लिए प्रयास करेंगे ऐसा आग्रह करते हैं।