शिमला – नितिश पठानियां
पिज्जा खाने के लिए दो नाबालिग भाईयों ने फोन से ऑर्डर किया तो पिता ने डांट लगा दी. फिर क्या था, दोनों नाबालिग बच्चे घर से 65 हजार रुपये लेकर चुपचाप निकल गए. दोनों बच्चों को रेस्क्यू कर लिया गया है. मामला हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला का है और बच्चे हरियाणा के पंचकूला से हैं.
जानकारी के अनुसार, हरियाणा स्टेट क्राइम ब्रांच टीम ने 18 घंटे से गुमशुदा दो सगे भाइयों को परिवार से मिलवाया. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पंचकूला के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के सेक्टर-19 से एक अक्तूबर 2022 को दो नाबालिग भाई घर से बैग में 65,000 रुपये लेकर कहीं चले गए. बच्चों के गुमशुदा होने की सूचना पुलिस चौकी सेक्टर-19 पंचकूला में दी गई.
चौकी इंचार्ज एसआई राममेहर ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट में कार्यरत एएसआई राजेश कुमार से संपर्क साधा और सारे मामले की जानकारी दी. बताया कि 2 नाबालिग बच्चे घर से कहीं चले गए हैं और परिवार 18 घंटे से बच्चों की तलाश कर रहा है, लेकिन बच्चों का पता नहीं लग पाया है.
इस पर एएचटीयू की पंचकूला यूनिट ने बच्चों की जानकारी और फोटो प्राप्त किए. साथ ही पंचकूला टीम ने दोनों बच्चों के फोटो आसपास के राज्यों के विभिन्न ग्रुप्स में भेज दिए. इसी दौरान हिमाचल प्रदेश के चाइल्ड केयर सेंटर शिमला की चेयरपर्सन ने मैसेज मिलने के बाद बताया कि ये दोनों बच्चे शिमला में हैं और हमारे पास सकुशल हैं.
ओपन सेंटर होम में रह रहे है. यह बच्चे शिमला पुलिस को मिले थे और इनके बैग में लगभग 65, 000 भी रिकवर किये गए हैं.
परिवार को दी जानकारी और शिमला हुए रवाना
चौकी इंचार्ज ने यह जानकारी परिवार को दी और उन्हें स्टेट क्राइम ब्रांच मुख्यालय पहुंचने को कहा. क्राइम ब्रांच मुख्यालय में गुमशुदा बच्चों को वीडियो कॉलिंग के जरिए पिता पवन से बात करवाई और 18 घंटे से लापता बच्चों को मात्र 20 मिनट में सकुशल ढूंढ दिया.
पिता पवन ने बताया कि बच्चों ने फोन से पिज्जा ऑर्डर किया था, तो उस पर थोड़ा डांट दिया. इसके कारण बच्चे घर से 65, 000 रुपए निकाल कर बैग में डाल कर चले गए. मंगलवार को शिमला चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने बच्चे परिवार को सौंप दिए हैं.